ये हैं टॉप-3 म्यूचुअल फंड्स स्कीम, इनसे कर सकते हैं अच्छे निवेश की शुरुआत
Best Medium To Long Duration Debt Fund: ज्यादातर म्यूचुअल फंड मैनेजर और सलाहकार कंजर्वेटिव डेब्ट निवेशकों से ओवरनाइट फंड, लिक्विड फंड, शॉर्ट ड्यूरेशन फंड जैसे 'सेफ' शॉर्ट-टर्म डेब्ट फंड में बने रहने के लिए कहते हैं।
म्यूचुअल फंड मैनेजर
Best Medium To Long Duration Debt Fund: ज्यादातर म्यूचुअल फंड मैनेजर और सलाहकार कंजर्वेटिव डेब्ट निवेशकों से ओवरनाइट फंड, लिक्विड फंड, शॉर्ट ड्यूरेशन फंड जैसे 'सेफ' शॉर्ट-टर्म डेब्ट फंड में बने रहने के लिए कहते हैं। ऐसे में समझते हैं कि अधिकांश म्युचुअल फंड निवेशक मध्यम (Medium) से लंबी अवधि के डेब्ट म्युचुअल फंड (Debt Mutual Fund) में निवेश करने की क्यों राय देते हैं।
सेबी के नियमों के मुताबिक, मध्यम से लंबी अवधि के फंडों को कर्ज और मुद्रा बाजार में मैकाले के पोर्टफोलियो की अवधि का चार से सात साल है। चूंकि ये योजनाएं लंबी अवधि के डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करती हैं, इसलिए इन्हें जोखिम भरा माना जाता है। यहां तक कि ब्याज दरों में मामूली सी भी बढ़ोतरी इन योजनाओं को बेहद जोखिम भरा और अस्थिर बना सकती हैं। सरल शब्दों में, ऐसे में निवेशक पैसे खो सकते हैं। यही कारण है कि सलाहकार अक्सर इन योजनाओं के बारे में बात नहीं करते हैं।
ब्याज दर बढ़ने का स्कीम्स पर पड़ता है असर
ऐसे में निवेशकों को इन स्कीम में निवेश करते समय बेहद सतर्क रहना चाहिए। लॉन्ग टर्म डेब्ट स्कीम्स ब्याज दरों में बदलाव को लेकर बेहद जोखिम भरी होती हैं। ब्याज दरें बढ़ने पर वे पैसे खो देते हैं। जब दरें गिरती हैं, तो उन्हें सबसे ज्यादा फायदा होता है। निवेश विशेषज्ञों के मुताबिक, जब कोई डेब्ट स्कीम में लंबे समय के लिए निवेश करता है, तो निवेशक को एक ब्याज ढ़ांचे से गुजरने के लिए मजबूर होना पड़ता है जिसमें एक ऊपर और नीचे का फेज होता है। इसका मतलब यह है कि ब्याज दरों के बढ़ने पर निवेशक को बहुत अधिक अस्थिरता और कभी-कभी नुकसान होता है।
निवेश सलाहकारों का मानना है कि इस तरह में कई निवेशक इस तरह के महौल से परेशान हो जाएंगे। वे इससे तभी बच सकते हैं जब वे लंबी अवधि के डेब्ट फंड में अपनी एंट्री और एग्जिट का समय तय कर लें। कई निवेशकों को ब्याज दर होने वाले उतार-चढ़ाव का अनुमान लगाना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में शॉर्ट टर्म फंड्स में टिके रहने की सलाह दी जाती है।
हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको मध्यम और लंबी अवधि के निवेश के बारे में पता नही हो। जो लोग जोखिम लेने की क्षमता और लंबी निवेश अवधि रखते हैं, वे काबिल म्यूचुअल फंड सलाहकारों की मदद से इन योजनाओं में निवेश कर सकते हैं। केवल बुनियादी जरूरत यह है कि आपको इन योजनाओं में अलावा जोखिम के बारे में पता होना चाहिए।
2023 में निवेश करने के लिए सबसे अच्छे मध्य (Meduium) से लंबी अवधि के डेब्ट फंड
- एसबीआई मैग्नम इनकम फंड
- ICICI प्रूडेंशियल बॉन्ड फंड
- आदित्य बिड़ला सन लाइफ इनकम फंड
क्या है कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड
कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड ऐसे म्यूचुअल फंड्स होते हैं जो खास तौर से डेब्ट में निवेश करते हैं। इनके एसेट का 75 से 90% तक डेब्ट में, जबकि बाकी हिस्सा यानी 10 से 25% शेयरों में निवेश किया जाता है। इन फंड्स के ज्यादातर एसेट बॉन्ड, डिबेंचर, ट्रेजरी बिल जैसे डेब्ट सिक्योरिटीज में निवेश किए जाते हैं।
डिस्केलमर: म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद की जरूर लें।
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