Bharti Hexacom IPO: भारती हेक्साकॉम IPO के लिए प्राइस बैंड तय, जानें इश्यू की पूरी डिटेल
Bharti Hexacom IPO: आईपीओ पूरी तरह से एक ओएफएस पर आधारित है, इसलिए आईपीओ से मिली राशि शेयरधारकों के पास जाएगी। कंपनी को इसमें से कोई राशि नहीं मिलेगी।भारती हेक्साकॉम एक टेलीकॉम सॉल्यूशन प्रोवाइडर है, जो राजस्थान और उत्तर-पूर्व टेलीकॉम सर्किल में ग्राहकों को उपभोक्ता मोबाइल सेवाएं, फिक्स्ड लाइन टेलीफोन और ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करती है।
भारती हेक्साकॉम आईपीओ
Bharti Hexacom IPO:टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल की सहयोगी कंपनी भारती हेक्साकॉम ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए प्राइस बैंड तय कर दिया है। कंपनी ने 542-570 रुपये प्रति शेय प्राइड बैंक तय किया है।आईपीओ तीन से पांच अप्रैल को खुलेगा। एंकर (बड़े) निवेशक दो अप्रैल को बोली लगा पाएंगे। यह नए वित्त वर्ष 2024-25 का पहला आईपीओ होगा।आईपीओ पूरी तरह 7.5 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) के रूप में होगा। यह मौजूदा शेयरधारक टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लि. की 15 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है।हालांकि, ओएफएस के आकार को पहले के 10 करोड़ शेयरों से घटाया गया है।
आईपीओ से मिले पैसे का क्या होगा
चूंकि आईपीओ पूरी तरह से एक ओएफएस पर आधारित है, इसलिए आईपीओ से मिली राशि शेयरधारकों के पास जाएगी। कंपनी को इसमें से कोई राशि नहीं मिलेगी।भारती हेक्साकॉम को आईपीओ के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से 11 मार्च को ‘निष्कर्ष पत्र’ मिल गया है। आईपीओ लाने के लिए सेबी का निष्कर्ष पत्र जरूरी होता है।भारती हेक्साकॉम में प्रवर्तक भारती एयरटेल की 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है और शेष 30 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड के पास है। भारती हेक्साकॉम एक टेलीकॉम सॉल्यूशन प्रोवाइडर है, जो देश में राजस्थान और उत्तर-पूर्व टेलीकॉम सर्किल में ग्राहकों को उपभोक्ता मोबाइल सेवाएं, फिक्स्ड लाइन टेलीफोन और ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करती है।
कितनी है भारती हेक्साकॉम की वैल्यूएशन
सुनील मित्तल की टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल के पास भारती हेक्साकॉम की 70 फीसदी हिस्सेदारी या 35 करोड़ शेयर हैं और बाकी 30 फीसदी हिस्सेदारी या 15 करोड़ इक्विटी शेयर टीसीआईएल के पास है। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी की वैल्यूएशन 28,000 करोड़ रुपये-35,000 करोड़ रुपये हो सकती है। भारती हेक्साकॉम राजस्थान और भारत के पूर्वोत्तर इलाकों में मोबाइल सर्विसेज प्रोवाइड करती है। भारत में पूर्वोत्तर टेलीकम्युनिकेशन सर्किलों में अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा राज्य शामिल हैं। आईपीओ के बाद भी कंपनी में एयरटेल की बहुमत हिस्सेदारी बनी रहेगी।
डिस्क्लेमर : यहां मुख्य तौर पर आगामी आईपीओ की जानकारी दी गयी है, निवेश की सलाह नहीं। इक्विटी मार्केट में जोखिम होता है, इसलिए निवेश अपने जोखिम पर करें। निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें।
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