Demat अकाउंट खोलने, शेयर BUY-SELL से लेकर सालाना मैंटेनेंस तक, जानें ब्रोकरेज फर्म किन-किन बातों का लेती है पैसा

Demat Account Charges: ब्रोकरेज फर्म कई तरह के चार्ज लगाते हैं। इनमें ट्रांजेक्शन चार्ज और डिमटेरियलाइजेशन चार्ज भी हैं। फिजिकल सिक्योरिटीज को डीमैट फॉर्म में कंवर्ट करने पर निवेशकों को डीमैटरियलाइजेशन चार्ज देना होता है।

डीमैट खाते पर कौन-कौन से चार्ज लगते हैं

मुख्य बातें
  • ब्रोकरेज फर्म कई तरह के चार्ज लेती हैं
  • खाता खोलने-बंद करने पर भी होता है चार्ज
  • ट्रांजेक्शन चार्ज भी लिया जाता है

Demat Account Charges: शेयर बाजार में निवेश डीमैट खाते के जरिए किया जाता है। डीमैट खाते शेयरों के आसान लेनदेन, मैनेजमेंट और स्टोरेज का काम करते हैं। हालाँकि, निवेशकों को अलग-अलग ब्रोकरेज सर्विसेज से जुड़े कई तरह के डीमैट अकाउंट चार्जेज चुकाने पड़ते हैं, जिनके बारे में निवेशकों को पता होना चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि कोई ब्रोकरेज फर्म आपसे क्यों और कितना चार्ज ले रही है। आगे जानिए डीमैट खाते से जुड़े कितने चार्जेज होते हैं।

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कौन-कौन से होते हैं चार्जेज

  • डीमैट खाता खोलने और उसके मैंटेनेंस से जुड़े कई तरह के डीमैट चार्जेज हैं
  • डीमैट खाता खोलने के लिए डीमैट ओपनिंग चार्ज (Demat Account Opening Charges) लगाया जाता है
  • निवेशकों की सिक्योरिटीज के मैंटेनेंस और सेफ्टी के लिए ब्रोकरेज चार्ज, वार्षिक रखरखाव शुल्क (Annual Maintenance Charges) और संरक्षक चार्ज (Custodian Fees) देना होता है
  • ट्रांजेक्शन चार्ज और डिमटेरियलाइजेशन चार्ज भी लगते हैं। फिजिकल सिक्योरिटीज को डीमैट फॉर्म में कंवर्ट करने पर निवेशकों को डीमैटरियलाइजेशन चार्ज देना होता है
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