SENSEX: रिटर्न के मामले सेंसेक्स ने अमेरिका-जापान-चीन को पीछे छोड़ा, 2024 में अब lk 25 फीसदी तेजी
Sensex Market Cap:बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का कुल मार्केट कैप 462 लाख करोड़ रुपये (5.5 ट्रिलियन डॉलर से अधिक) हो गया है। सेंसेक्स ने 2024 की शुरुआत से अब तक 25 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। जबकि अमेरिकी शेयर बाजार ने 13.50 प्रतिशत, हांगकांग ने 4.15 प्रतिशत, जापान ने 4.02 प्रतिशत और चीन ने माइनस 13.61 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
सेंसेक्स का कमाल
Sensex Market Cap:भारतीय शेयर बाजार में तेजी का ट्रेंड जारी है। लार्जकैप से लेकर छोटे और मझोले शेयर में खरीदारी देखी जा रही है। इस कारण बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का कुल मार्केट कैप 462 लाख करोड़ रुपये (5.5 ट्रिलियन डॉलर से अधिक) हो गया है।इससे पहले 24 मई, 2024 को भारतीय शेयर बाजार का बाजार पूंजीकरण 5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया था। शेयर बाजार का पहली बार मार्केट कैप 28 मई, 2007 को एक ट्रिलियन डॉलर को पार हुआ था। दुनिया के शीर्ष पांच शेयर बाजारों में (मार्केट कैप) में से एक, सेंसेक्स ने 2024 की शुरुआत से अब तक 25 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है।
टॉप-5 बाजारों में शामिल
वहीं, अगले 10 वर्षों बाद 10 जुलाई, 2017 को यह 2 ट्रिलियन डॉलर और अगले चार वर्षों बाद 24 मई, 2021 को 3 ट्रिलियन डॉलर और फिर अगले दो वर्ष से अधिक समय बाद को 30 नवंबर, 2023 को 4 ट्रिलियन और अगले छह महीने में 24 मई, 2024 को 5 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गया था।
दुनिया के शीर्ष पांच शेयर बाजारों में (मार्केट कैप) में 2024 की शुरुआत से अब तक 25 प्रतिशत से अधिक के रिटर्न के साथ भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है। जबकि अमेरिकी शेयर बाजार ने 13.50 प्रतिशत, हांगकांग ने 4.15 प्रतिशत, जापान ने 4.02 प्रतिशत और चीन ने माइनस 13.61 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
मौजूदा समय में अमेरिका 57.28 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार है। इसके बाद दूसरे नंबर पर 8.24 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ चीन, 6.49 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ जापान और 5.51 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ भारत विश्व का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार है। पांचवें स्थान पर हांगकांग का शेयर बाजार है, जिसका मार्केट कैप 4.92 ट्रिलियन डॉलर हो गया है।
भारतीय बाजार में क्यों है तेजी
भारतीय शेयर बाजार में तेजी के पीछे बड़ा कारण अर्थव्यवस्था का मजबूत होना है। वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी और आम बजट 2024-25 से पहले पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया कि वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी 7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। इसकी वजह से निवेशक तेजी से पैसा लगा रहे हैं।
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