Budget 2025 Expectations: इनकम टैक्स में असरदार कटौती की जरुरत, बार्कलेज की ये हैं उम्मीदें

Budget 2025 Expectations: फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर बार्कलेज ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में सरकार को खपत और मांग को बढ़ावा देने के लिए पर्सनल इनकम टैक्स में असरदार कटौती की घोषणा करनी चाहिए।

इनकम टैक्स छूट बढ़ने की उम्मीदें

Budget 2025 Expectations: फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर बार्कलेज ने गुरुवार को कहा कि वित्त वर्ष 2026 के बजट में सरकार को खपत और मांग को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी पर्सनल इनकम टैक्स कटौती की घोषणा करनी चाहिए। वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट पूर्वावलोकन में बार्कलेज ने कहा कि 1 फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट से मुख्य मांग राजकोषीय मजबूती की राह चलते हुए विकास को बढ़ावा देना है।

बार्कलेज की मुख्य अर्थशास्त्री आस्था गुडवानी ने कहा कि खपत को बढ़ावा देने के प्रयास में, वित्त मंत्री को टैक्स स्लैब में और बदलाव करके पर्सनल इनकम टैक्स दर में प्रभावी कटौती करनी चाहिए। इससे राजकोषीय लागत में बड़ी वृद्धि होने की संभावना नहीं है। गुडवानी ने कहा कि इस घोषणा के तहत टैक्स में उछाल से राजस्व में आई कमी की भरपाई हो जाएगी। हमें लगता है कि खपत को बढ़ावा देने की जरुरत है, खासकर निजी निवेश के साथ जो अब मांग में वृद्धि का इंतजार कर रहा है।

आकर्षक बनेगी नई टैक्स रिजीम?

बार्कलेज को उम्मीद है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नई टैक्स व्यवस्था में बदलावों की घोषणा करेंगी, जिससे यह अधिक से अधिक टैक्सपेयर्स के लिए आकर्षक बन जाएगी। पिछले बजट में सरकार ने वेतनभोगी टैक्सपेयर्स के लिए स्टैंडर्ड कटौती को बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया था और पेंशनभोगियों के लिए पारिवारिक पेंशन पर कटौती को नई टैक्स व्यवस्था के तहत 25,000 रुपये कर दिया था, जो टैक्स की कम दर प्रदान करती है। नई टैक्स व्यवस्था 3 लाख रुपये तक की आय को छूट देती है। 3-7 लाख रुपये सालाना कमाने वालों को 5 प्रतिशत कर देना पड़ता है, 7-10 लाख रुपये (10 प्रतिशत), 10-12 लाख रुपये (15 प्रतिशत), 12-15 लाख रुपये (20 प्रतिशत) और 15 लाख रुपये से अधिक (30 प्रतिशत)।

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