Budget 2025: बजट से पहले सोना खरीदना चाहिए या नहीं? जानिए एक्सपर्ट की राय
Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश करने जा रही हैं। ऐसी अटकलें हैं कि सोने पर सीमा शुल्क में वृद्धि की जा सकती हैं। ऐसे में क्या बजट से पहले सोना खरीदना चाहिए, जानिए एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं।
बजट से पहले सोना खरीदें या नहीं? (तस्वीर-Canva)
Budget 2025: अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार केंद्रीय बजट 2025 में सोने पर सीमा शुल्क में वृद्धि की घोषणा कर सकती है, एक ऐसा कदम जो सोने की कीमतों को बढ़ा सकता है। इसलिए एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस समय कीमतों में गिरावट के दौरान सोना खरीदना एक रणनीतिक कदम हो सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सीमा शुल्क में बदलाव के बावजूद वैश्विक अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं। बाजार प्रतिभागी अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आगामी पॉलिसी मीटिंग और डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन के सोने की सेफ हेवन अपील पर संभावित प्रभाव पर नजर रख रहे हैं।
23 जुलाई 2024 को पेश किए गए पूर्ण वित्त वर्ष2024-25 के बजट में सोने और चांदी की बार पर सीमा शुल्क 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया गया। इसके बाद, अगस्त 2024 में सोने का आयात साल-दर-साल करीब 104 प्रतिशत बढ़कर 10.06 अरब डॉलर पर पहुंच गया। हालांकि, हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इसी अवधि के दौरान भारत के रत्न और आभूषण निर्यात में 23 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जो घटकर 1.99 अरब डॉलर रह गई।
पिछले बजट में सरकार ने लगातार महंगाई दर के बीच कीमतों को स्थिर करने और पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सोने पर सीमा शुल्क कम कर दिया था। हालांकि आयात शुल्क कम करने से खपत बढ़ने की चिंता बढ़ गई है, जिससे व्यापार घाटा बढ़ सकता है। दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता होने के नाते भारत अपनी अधिकांश मांग को पूरा करने के लिए आयात पर बहुत अधिक निर्भर करता है।
बजट 2025 से पहले सोना खरीदना चाहिए?
पिछले हफ्ते डॉलर में मजबूती के बावजूद सोने की कीमतों में उछाल आया। हाजिर बाजार से अच्छी मांग और घरेलू इक्विटी बाजार में कमजोरी ने वायदा बाजार में कीमतों को सहारा दिया, जो पिछले हफ्ते करीब 1 प्रतिशत बढ़ी। MCX पर सोने का भाव शुक्रवार को 79,019 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जो पिछले शुक्रवार के 78,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के बंद भाव के मुकाबले करीब 0.80 प्रतिशत साप्ताहिक बढ़त दर्शाता है। अगर सरकार सीमा शुल्क बढ़ाती है तो घरेलू बाजार में पीली धातु की कीमतों में फिर से उछाल देखने को मिल सकता है।
मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक एसएस वेल्थस्ट्रीट की संस्थापक सुगंधा सचदेवा ने कहा कि सरकार बढ़ते आयात को नियंत्रित करने के लिए बजट 2025 में सोने पर मूल सीमा शुल्क बढ़ा सकती है। सचदेवा ने बताया कि भारत ने 2024 के पहले 11 महीनों के दौरान सोने के आयात पर 47 अरब डॉलर खर्च किए, जो 2023 के पूरे वर्ष में खर्च किए गए 42.30 अरब डॉलर से काफी अधिक है।
सचदेवा ने कहा कि इस बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए, विशेष रूप से पिछले साल आयात शुल्क में अभूतपूर्व कटौती के बाद, सरकार केंद्रीय बजट 2025 में शुल्क बढ़ाने पर विचार कर सकती है। सचदेवा ने कहा कि आयात शुल्क में वृद्धि से सोने की लागत बढ़ेगी, जिसके परिणामस्वरूप घरेलू कीमतें बढ़ेंगी। यह कीमतों में गिरावट के दौरान सोना खरीदना एक रणनीतिक कदम बनाता है, क्योंकि निवेशक अल्पावधि में अनुमानित मूल्य वृद्धि से लाभ उठा सकते हैं।
हालांकि, सीमा शुल्क में वृद्धि ही सोने की कीमतों के लिए एकमात्र कारण नहीं है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि भले ही सरकार सीमा शुल्क में कोई बदलाव नहीं करती है, लेकिन वैश्विक अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।
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रामानुज सिंह author
रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट ...और देखें
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