Crude Oil Price: कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर से नीचे, क्या कम होंगे पेट्रोल-डीजल के दाम

Crude Oil Price: ट्रोल-डीजल के रेट आने वाले दिनों में कम हो सकते हैं। खबर है कि सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दैनिक आधार पर संशोधन तभी करेंगी, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 80 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से नीचे स्थिर हो जाएंगी।

ऑयल मार्केटिंग कंपनियां।

Crude Oil Price: ब्रेंट क्रूड वायदा 74.30 डॉलर प्रति बैरल पर और यूएस डब्ल्यूटीआई क्रूड वायदा 69.59 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली और यह 70 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गए हैं। इससे पेट्रोल-डीजल के रेट आने वाले दिनों में कम हो सकते हैं। खबर है कि सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दैनिक आधार पर संशोधन तभी करेंगी, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 80 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से नीचे स्थिर हो जाएंगी। बता दें भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम 570वें दिन भी नहीं बदले हैं।

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बुधवार को कच्चे तेल की कीमतों में 2.5 फीसदी की गिरावट आने के पीछे अमेरिकी गैसोलीन इन्वेंट्री में उम्मीद से कहीं अधिक वृद्धि है, जिसने बाजारों को मांग के बारे में चिंतित कर दिया और कच्चे तेल के स्टॉक में गिरावट को कम कर दिया। पिछले सप्ताह अमेरिकी गैसोलीन (Petrol) स्टॉक में 5.4 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई। बता दें मजबूत अमेरिकी डॉलर और मांग को लेकर चिंताओं के कारण मंगलवार को तेल की कीमतों में लगभग पांच महीने की गिरावट देखी गई।

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गिरावट की वजह

गिरावट के कारणों में कच्चे तेल के भंडार में 4.6 मिलियन बैरल की गिरावट आई, जो विश्लेषकों के अनुमान से कहीं अधिक 1.4 मिलियन बैरल की गिरावट है। वहीं पेट्रोलियम निर्यातक देशों और सहयोगियों के संगठन (OPEC+) ने पिछले सप्ताह के अंत में 2024 की पहली तिमाही के लिए लगभग 2.2 मिलियन बैरल प्रति दिन की स्वैच्छिक उत्पादन कटौती पर सहमति व्यक्त की। जबकि कारण नंबर 4-रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा चीन की A1 रेटिंग के आउटलुक को स्थिर से घटाकर नकारात्मक करने के एक दिन बाद चीन की आर्थिक सेहत को लेकर चिंता का भी कीमतों पर असर पड़ा। अमेरिका में निर्यात में गिरावट के कारण अक्टूबर में व्यापार घाटा बढ़ गया, जिससे चौथी तिमाही में आर्थिक विकास में गिरावट आ सकती है।

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