क्रिप्टोकरेंसी की ठगी पर CBI की बड़ी कार्रवाई, 7.7 करोड़ रुपये की जालसाजी का मामला

Cryptocurrency Fraud : रामावत शैशव ने कथित तौर पर खुद को ऑनलाइन विक्रेता कंपनी अमेजन के धोखाधड़ी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के रूप में पेश करके एक अमेरिकी नागरिक को अपने जाल में फंसाया था।

सीबीआई ने शैशव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

Cryptocurrency Fraud : केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने धोखाधड़ी के एक मामले में अहमदाबाद के एक व्यक्ति से 9,30,000 डॉलर (लगभग 7.7 करोड़ रुपये) से अधिक मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी जब्त की है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी रामावत शैशव ने कथित तौर पर खुद को ऑनलाइन विक्रेता कंपनी अमेजन के धोखाधड़ी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के रूप में पेश करके एक अमेरिकी नागरिक को अपने जाल में फंसाया था।

कौन-कौन सी मिली क्रिप्टोकरेंसी

अमेरिकी जांच एजेंसी 'संघीय जांच ब्यूरो' (एफबीआई) से मिली जानकारी के आधार पर सीबीआई ने शैशव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारी ने बताया कि तलाशी के दौरान सीबीआई को शैशव के ई-वॉलेट में 28 बिटकॉइन, 22 इथेरियम, 25,572 रिपल और 77 यूएसडीटी मिले। उन्होंने बताया कि इन क्रिप्टोकरेंसी को जब्ती के समय सरकार के वॉलेट में स्थानांतरित कर दिया गया।

पीड़ित ने दी थी जानकारी

अधिकारी के मुताबिक, आरोपी ने कथित तौर पर पीड़ित को आश्वस्त किया था कि उसके अमेजन खाते में सेंध लगाने की कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं जिससे उसके अमेजन खाते की सुरक्षा को खतरा है। सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, "आरोपी ने पीड़ित को अपने बैंक खातों से नकदी निकालने और उसे रॉकिटकॉइन एटीएम वॉलेट में बिटकॉइन में जमा करने के लिए प्रेरित किया तथा पीड़ित के साथ एक क्यूआर कोड भी साझा किया।"

End Of Feed