Cyber ​​Fraud: साइबर धोखाधड़ी से हुई 21367 करोड़ रुपये तक की ठगी, जानें कैसे बढ़ रहे मामले!

Digital Fraud: आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, साइबर धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि हो रही है। रिपोर्ट में लोगों को जागरूक करने और धोखाधड़ी के इरादे से खोले गए खातों की पहचान करने के प्रयासों में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।

साइबर धोखाधड़ी

Bank Fraud: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी हालिया वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में कहा है कि बढ़ते डिजिटल लेनदेन के बीच साइबर धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, यह धोखाधड़ी नए-नए तरीकों से हो रही है, जो लोगों को वित्तीय और भावनात्मक नुकसान पहुंचा रही हैं। इसलिए, लोगों में साइबर धोखाधड़ी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और धोखाधड़ी करने के इरादे से खोले गए खातों की पहचान में तेजी लाने की आवश्यकता है।

धोखाधड़ी के मामलों में भारी वृद्धि

आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में बैंक धोखाधड़ी के मामलों की संख्या 18,461 तक पहुंच गई, जो पिछले साल की तुलना में बढ़ी है। इस दौरान धोखाधड़ी से जुड़ी राशि 21,367 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जबकि एक साल पहले यह राशि 2,623 करोड़ रुपये थी। रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रकार की धोखाधड़ी वित्तीय नुकसान के साथ-साथ ग्राहकों के लिए भावनात्मक समस्याएं भी उत्पन्न कर रही हैं।

फर्जीवाड़े के इरादे से खोले गए खातों की पहचान में तेज़ी

रिपोर्ट में विशेष रूप से 'म्यूल अकाउंट्स' (धोखाधड़ी करने के इरादे से खोले गए खाते) के बारे में चिंता व्यक्त की गई है। आरबीआई ने विनियमित संस्थाओं को सलाह दी है कि वे इन धोखाधड़ी खातों की पहचान करने के लिए और तेज़ी से कदम उठाएं। इसके साथ ही आम जनता को भी ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए अधिक जागरूक करना बेहद जरूरी है।

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