डाबर के पास 7000 करोड़ कैश, कंपनी को शॉपिंग के लिए नए ब्रांड की तलाश

Dabur In Acquisition Mode: इस साल की शुरुआत में डाबर ने ब्रांडेड मसालों और मसाला बाजार में प्रवेश करने के लिये बादशाह मसाला में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। अब वह वह हेल्थ केयर से लेकर पर्सनल केयर क्षेत्र में अधिग्रहण के अवसर तलाश रही है।

डाबर की नई तैयारी

Dabur In Acquisition Mode:तेल, साबुन, शैम्पू जैसे दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली घरेलू कंपनी डाबर इंडिया बड़े अधिग्रहण की तैयारी में है। कंपनी के पास इस समय 7000 करोड़ का कैश है और वह हेल्थ केयर से लेकर पर्सनल केयर क्षेत्र में अधिग्रहण के अवसर तलाश रही है। इसके अलावा वह डिजिटल दौर में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के अधिग्रहण की तैयारी में भी है। इस साल की शुरुआत में डाबर ने बादशाह मसाला में 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।

क्या है प्लानिंग

कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मोहित मल्होत्रा ने कहा है कि डाबर ऑनलाइन क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है, जिसमें ई-कॉमर्स चैनल और डी2सी यानी सीधे ग्राहकों को सामान की बिक्री का कारोबार शामिल है। वह मौजूदा ब्रांड के तहत अधिक इन्नोवेटिव प्रोडक्ट तथा अधिग्रहण के माध्यम से पैठ बढ़ाने की योजना बना रही है।मल्होत्रा ने पीटीआई-भाषा से कहा कि हम वहां इन्नोवेशल ला रहे हैं। ये मौजूदा ब्रांड के और कुछ नये ब्रांड के आधार पर आएंगे जिन्हें हम पेश कर सकते हैं। हम एक नये ब्रांड के अधिग्रहण पर भी विचार कर रहे हैं। कंपनी अधिग्रहण के साथ स्किन केयर के क्षेत्र में नये ब्रांड पेश करना चाहती है।

पास में हैं 7000 करोड़

उन्होंने कहा यदि डाबर को अच्छे वैल्युएशन पर कुछ मिलता है, तो वह अधिग्रहण पर विचार कर सकती है। इस विशेष उद्देश्य के लिये हमारे पास लगभग 7,000 करोड़ रुपये हैं।मल्होत्रा ने कहा कि अधिग्रहण के अलावा इन्नोवेशन भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल युवा या नये उम्र के उपभोक्ताओं को आकर्षित करता है बल्कि एक ब्रांड की लाइफ को भी बढ़ाता है।उन्होंने कहा आज यह एक आवश्यकता है, अगर किसी ब्रांड को विकसित होना है या बढ़ना है, तो उसे हर दो से तीन साल में एक नया रूप लेना होगा, तभी ब्रांड आगे बढ़ेगा। इस साल की शुरुआत में डाबर ने ब्रांडेड मसालों और मसाला बाजार में प्रवेश करने के लिये बादशाह मसाला में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।

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