Dabur Share Price: डाबर इंडिया के शेयर में बड़ी गिरावट, 52 सप्ताह के निचले स्तर पर, जानिए वजह

Dabur Share Price: ट्रंप के टैरिफ बम के बाद दुनिया समेत भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिला। इसका असर डाबर इंडिया के शेयरों पर भी देखने को मिला। यह गिरावट 52-सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गई, इसमें घरेलू मांगों में कमी के संकेत भी हैं।

Dabur Share Price

डाबर शेयर प्राइस में गिरावट

Dabur Share Price : मार्च 2025 को समाप्त तिमाही (Q4FY25) के लिए डाबर इंडिया ने सुस्त व्यावसायिक परिणामों का खुलासा किया, जिसके कारण 3 अप्रैल को कंपनी के शेयरों में 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। यह गिरकर 463 रुपये प्रति शेयर के करीब पहुंच गया है। यह गिरावट 52-सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गई, जब डाबर ने घरेलू मांग में कमी के संकेत दिए। हालांकि, कंपनी ने लचीली ग्रामीण बिक्री और मजबूत अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन के माध्यम से इस कमी की भरपाई की।

बाजारों में मिला-जुला प्रदर्शन

डाबर की विनियामक फाइलिंग के अनुसार, चौथी तिमाही में ग्रामीण बाजारों ने शहरी बाजारों को विकास के मामले में पीछे छोड़ दिया। जबकि आधुनिक व्यापार, ई-कॉमर्स और त्वरित वाणिज्य चैनलों ने सकारात्मक गति बनाए रखी, सामान्य व्यापार दबाव में रहा। कंपनी ने FMCG क्षेत्र में सुस्त वॉल्यूम रुझान को महसूस किया, जिसके कारण घरेलू प्रदर्शन प्रभावित हुआ।

अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे पर, डाबर को मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका, मिस्र और बांग्लादेश जैसे प्रमुख बाजारों से मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद थी। कंपनी का अंतर्राष्ट्रीय कारोबार लचीली मांग और रणनीतिक विस्तार के कारण स्थिर मुद्रा शर्तों में मजबूत दोहरे अंकों की वृद्धि की ओर अग्रसर है।

घरेलू बाधाओं ने राजस्व पर दबाव डाला

डाबर के घरेलू FMCG सेगमेंट को सर्दी के मौसम के संक्षिप्त प्रभाव और शहरी मांग में मंदी के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद, कंपनी के खाद्य व्यवसाय, जैसे 'होममेड' और 'बादशाह' ब्रांडों ने दोहरे अंकों की वृद्धि दर्ज की। हालांकि, भारत के FMCG सेगमेंट में मध्य-एकल अंकों में गिरावट का अनुमान था, जिससे कंपनी का समेकित राजस्व स्थिर रहने की उम्मीद थी।

मार्जिन दबाव

डाबर को मुद्रास्फीति और परिचालन में कमी के कारण मार्जिन पर दबाव का सामना करना पड़ा। कंपनी ने अनुमान जताया कि परिचालन लाभ मार्जिन साल-दर-साल लगभग 150-175 आधार अंकों तक सिकुड़ेगा। इन चुनौतियों के बावजूद, डाबर ब्रांड निवेश, बाजार रणनीतियों और परिचालन दक्षताओं के माध्यम से दीर्घकालिक लाभदायक विकास पर केंद्रित है।

(डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है, निवेश की सलाह नहीं। इक्विटी मार्केट में जोखिम होता है, इसलिए निवेश अपने जोखिम पर करें। निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें।)

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रामानुज सिंह author

रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं। वह बिजनेस टीम में ...और देखें

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