Millets Price: मिलेट्स की बढ़ी डिमांड लेकिन उत्पादन घटा, कीमतों में जबरदस्त इजाफा

Millets Price: हेल्दी फूड के नाम से मशहूर मिलेट्स की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हो गया है क्योंकि उत्पादन घट गया है जबकि डिमांड बढ़ गई है। पिछले छह वर्षों में यह बढ़ोतरी दूसरी सबसे बड़ी बढ़ोतरी है।

मिलेट्स की कीमतों उछाल (तस्वीर-Canva)

Millets Price: आप सभी जानते हैं मिलेट्स हेल्दी फूड में आता है। मोदी सरकार ने इसको बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। जिसकी वजह से लोगों में जागरूकता बढ़ी है। दिन प्रति दिन डिमांड में तेजी आ गई है। हाई डिमांड और उत्पादन में गिरावट की वजह मिलेट्स की कीमतों बढ़ोतरी हो गई है। रागी पोडक्ट्स कीमतों में 16.6% वृद्धि हो गई है। छह वर्षों में यह बढ़ोतरी दूसरी सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। फरवरी में सबसे ज्यादा 16.7% वृद्धि हुई थी।

डिमांड के चलते बढ़ी कीमतें

इकोनॉमिक्स टाइम्स के मुतबाकि बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि मिलेट उत्पादन स्थिर रहा है लेकिन कई फूड इंडस्ट्री द्वारा इनका उपयोग करने के कारण हाई डिमांड के चलते कीमतें बढ़ी हैं। सरकार के दबाव के बावजूद रागी का रकबा 2022-23 में 1.16 मिलियन हेक्टेयर था। जो घटकर 2023-24 में 1.04 मिलियन हेक्टेयर रह गया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इससे उत्पादन 2022-23 में 1.69 मिलियन टन से घटकर 2023-24 में 1.39 मिलियन टन रह गया। रागी की महंगाई पिछले सात महीनों से दोहरे अंकों में बढ़ गई है और जनवरी से इसमें और तेजी आई है।
ज्वार भी कोई अपवाद नहीं है। हालांकि पिछले महीने के 12.7% की तुलना में मार्च में घटकर 10% हो गया लेकिन दिसंबर 2022 से कमोडिटी में दोहरे अंक में वृद्धि का अनुभव हुआ है। ज्वार के लिए खेती का क्षेत्रफल और उत्पादन दोनों में मामूली वृद्धि हुई। 2023-24 में उत्पादन पिछले वर्ष के 3.81 मिलियन टन के मुकाबले 4.03 मिलियन टन था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक रकबा 3.54 मिलियन हेक्टेयर से बढ़कर 3.65 मिलियन हेक्टेयर हो गया है।
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