What is ESOP: क्या है Employee Stock Ownership Plan, फ्री मिलते हैं कंपनी के कर्मचारियों को शेयर

Employee Stock Ownership Plan: एक बार जब ईएसओपी ऑफर की जाती है, तो वे एक तय अवधि के लिए ट्रस्ट फंड में रखे जाते हैं, जिसे वेस्टिंग पीरियड कहा जाता है। कर्मचारियों को ईएसओपी का उपयोग करके स्टॉक की ओनरशिप का लाभ उठाने के लिए वेस्टिंग पीरियड तक कंपनी में रहना होता है।

Employee Stock Ownership Plan

क्या है एम्प्लॉई स्टॉक ओनरशिप प्लान

मुख्य बातें
  • ESOP से कर्मचारियों को फायदा
  • मिलते हैं फ्री या कम रेट पर शेयर
  • पहले दी जाती है शेयरों की ओनरशिप
Employee Stock Ownership Plan: कर्मचारियों का मुआवजा (Employee Compensation) केवल सैलरी पैकेज तक सीमित नहीं होता। आजकल कई कंपनियां कर्मचारियों को उनकी सैलरी के अलावा भी कई चीजें पेश करती हैं। इन्हीं में से एक है एम्प्लॉई स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP)। ईएसओपी के तहत कर्मचारियों को फ्री या कम रेट पर अपनी कंपनी के शेयर की ओनरशिप मिलती है, जिन्हें वे फ्यूचर में बेचकर पैसा कमा सकते हैं।

शेयर बेचकर कमाई करने का मौका

ईएसओपी के तहत कोई एम्प्लॉयर या कंपनी अपने कर्मचारियों को कम या बिना कोई चार्ज लिए कंपनी के स्टॉक की ओनरशिप देती है, जिन्हें वे एक निश्चित अवधि के बाद बेच सकते हैं और पैसा कमा सकते हैं। एम्प्लॉयर्स ईएसओपी के तहत ऑफर किए जाने वाले शेयरों की संख्या, उनकी कीमत और लाभार्थी कर्मचारियों के नाम तय करते हैं। फिर कर्मचारियों को ईएसओपी का बेनेफिट दिया जाता है।

ट्रस्ट फंड में रखे जाते हैं शेयर

एक बार जब ईएसओपी ऑफर की जाती है, तो वे एक तय अवधि के लिए ट्रस्ट फंड में रखे जाते हैं, जिसे वेस्टिंग पीरियड कहा जाता है। कर्मचारियों को ईएसओपी का उपयोग करके स्टॉक की ओनरशिप का लाभ उठाने के लिए वेस्टिंग पीरियड तक कंपनी में रहना होता है।
एक बार ये अवधि समाप्त हो जाए तो कर्मचारियों को अपने ईएसओपी का उपयोग करने का अधिकार मिल जाता है। फिर कर्मचारी अपने ईएसओपी का उपयोग कर सकते हैं और अलॉट की गई कीमतों पर कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं, जो मार्केट रेट से कम या जीरो होगा। कर्मचारी ईएसओपी के जरिए खरीदे गए शेयरों को भी बेच सकते हैं और शेयरों पर लाभ कमा सकते हैं।

अगर कंपनी छोड़ें तो क्या होगा

यदि कर्मचारी कंपनी छोड़ दे तो या वेस्टिंग पीरियड से पहले रिटायर हो जाता है, तो कंपनी को 60 दिनों के भीतर फेयर मार्केट वैल्यू पर ईएसओपी वापस खरीदनी होती है। ध्यान रहे कि भारत में ईएसओपी पर टैक्स लगता है। कर्मचारी जब शेयरों का यूज या ट्रांसफर करे तो उस पर टैक्स लगता है।
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काशिद हुसैन author

काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर वे सीनियर कॉरेस्पोंडेंट हैं। टाइम्स नाउ नवभारत की ब...और देखें

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