जर्मनी के मंदी की चपेट में आने से यूरो फिसला, जानें चीन, अस्ट्रेलिया की करेंसी का हाल

Germany Enters In Recession:दुनिया की चौथी और यूरोप की सबसे बड़ी इकोनॉमी पस्त हो गई है। ताजा आंकड़ों के अनुसार जर्मनी में लगतार दूसरी तिमाही में GDP ग्रोथ रेट निगेटिव रही है

जर्मनी में लगतार दूसरी तिमाही में GDP ग्रोथ रेट निगेटिव रही

Germany Enters In Recession:दुनिया की चौथी और यूरोप की सबसे बड़ी इकोनॉमी पस्त हो गई है। ताजा आंकड़ों के अनुसार जर्मनी में लगतार दूसरी तिमाही में GDP ग्रोथ रेट निगेटिव रही है। जिससे जर्मनी में मंदी आ गई है। जर्मनी में मंदी की सबसे बड़ी वजह से रूस से मिलने वाली गैस में कटौती होना है। जिसकी वजह से न केवल महंगाई बढ़ी है बल्कि लोगों की खरीद क्षमता भी घटी है। जिसका निगेटिव असर उद्योग धंधों पर हुआ है। यहां की मंदी का असर कई देशों की करेंसी पर पड़ रहा है।

इन करेंसी पर दिखा असर
  • यूरो लगभग 0.2% फिसला।
  • 3 अप्रैल के बाद से स्टर्लिंग पाउंड 0.1% कम हुआ।
  • येन 0.1% नीचे गिरा।
  • चीनी युआन छह महीने के निचले स्तर पर गिरकर 7.0903 प्रति डॉलर पर आ गया।
  • ऑस्ट्रेलिया के डॉलर 0.6523 डॉलर के निचले स्तर पर फिसल गया है।
  • न्यूजीलैंड डॉलर में 2.2% की गिरावट आई।

जमर्नी की इकोनॉमी गैस पर ज्यादा निर्भर

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