Apple iPhone 15:पहली बार किसी स्मार्टफोन में Titanium Chassis,जानें Apple ने क्यों किया ऐसा

Apple Unveiled iPhone-15 And First Times Use Titanium: एप्पल ने iPhone-15 के लिए स्टेनलेस स्टील की जगह टाइटेनियम का यूज किया है। इसरे लिए ग्रेड-5 टाइटेनियम चेसिस का इस्तेमाल हुआ है। Apple का कहना है इसमें वही अलॉय का यूज हुआ है जो मंग्रल ग्रह के लिए बने Mars Rover में इस्तेमाल हुआ है।

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Apple Unveiled iPhone-15 And First Times Use Titanium: ऐप्पल ने iPhone 15 लॉन्च कर दिया है। इस फोन का लंबे समय से इंतजार था। और जैसी कि एप्पल की पहचान रही है कि वह इन्नोवेशन से दुनिया को चौकाता है। तो इस बार भी उसने निराश नहीं किया है। Apple ने इस बार जो आईफोन लांच किया है, उसमें टाइटेनियम का इस्तेमाल किया गया है। यह पहली बार है जब किसी कंपनी ने स्मार्टफोन में टाइटेनियम का इस्तेमाल किया है। अब सवाल उठता है कि एप्पल ने ऐसा क्यों किया। तो इसका एक अहम जवाब है कि टाइटेनियम से न केवल फोन का वजन कम होगा बल्कि वह पर्यावरण हितैषी भी है। एप्पल के कुल बिक्री में करीब 52 फीसदी हिस्सेदारी iPhone की है। और इसके जरिए वह करीब 200 अरब डॉलर कमाता है।
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एप्पल ने कैसे किया कमाल

  • एप्पल ने iPhone-15 के लिए स्टेनलेस स्टील की जगह टाइटेनियम का यूज किया है। इसरे लिए ग्रेड-5 टाइटेनियम चेसिस का इस्तेमाल हुआ है। इसके अलावा 3 नैनोमीटर A17 Pro सिलिकॉन का भी यूज किया है। उसका दावा है कि इन मैटेरियल का यूज डेस्कटॉप कंप्यूटर में भी किया जा सकेगा। उसके अनुसार नई सिलिकॉन से फोन डेस्कटॉप की तुलना में कहीं ज्यादा पावरफुल हो जाएगा। साथ ही वह एनर्जी एफिशिएंट भी ज्यादा होगा।
  • एप्पल का दावा है कि इसके जरिए कस्टमर का मोबाइल गेमिंग का अनुभव एक नए लेवल पर पहुंच जाएगा। मोबाइल गेमिंग प्रोसेसर की दुनिया पूरी तरह बदल जाएगी।
  • इसके अलावा टाइटेनियम के इस्तेमाल से फोन हल्का होगा और लंबे समय तक टिकाऊ रहेगा।
  • इसके अलावा फोन के अंदर रिसाइकिल एल्युमिनियम का इस्तेमाल होने से एप्पल को रिपेयर करना कहीं ज्यादा आसान होगा।
  • Apple का कहना है इसमें वही अलॉय का यूज हुआ है जो मंग्रल ग्रह के लिए बने Mars Rover में इस्तेमाल हुआ है।
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