Home Loan Tips: 5 टिप्स से सस्ता हो जाएगा होम लोन, होगी तगड़ी बचत, आप भी जान लें
Tips to Reduce Home Loan Interest Rate: लोन की अवधि कम से कम रखें। लोन की अवधि जितनी लंबी होगी, ब्याज का बोझ उतना ही अधिक होगा। कम्पाउंडिंग ब्याज उधारकर्ता के विरुद्ध काम करता है और ब्याज का बोझ बढ़ाता है। उदाहरण के लिए, यदि आप 10 वर्षों के लिए 9% पर 50 लाख रुपये का लोन लेते हैं, तो आपको लोन पर कुल 26 लाख रुपये का ब्याज देना होगा।
होम लोन की लागत कैसे कम करें
- घटा सकते हैं होम लोन की लागत
- काम के हैं 5 टिप्स
- कम रखें लोन की अवधि
Tips to Reduce Home Loan Interest Ratet: यदि आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो ऊंची ब्याज दरें आपका बजट बिगाड़ सकती हैं। हाल ही में RBI ने लगातार 8वीं बार रेपो रेट में कटौती नहीं की। इससे बैंक भी ब्याज दरें नहीं घटा रहे हैं। ऐसे में कुछ टिप्स ऐसे हैं, जिनसे आप लोन लेने की लागत कम कर सकते हैं। 5 टिप्स की मदद से आप अपना काफी पैसा बचा सकते हैं। आगे जानिए कौन से हैं ये 5 टिप्स।
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लोन की अवधि कम रखें
लोन की अवधि कम से कम रखें। लोन की अवधि जितनी लंबी होगी, ब्याज का बोझ उतना ही अधिक होगा। कम्पाउंडिंग ब्याज उधारकर्ता के विरुद्ध काम करता है और ब्याज का बोझ बढ़ाता है। उदाहरण के लिए, यदि आप 10 वर्षों के लिए 9% पर 50 लाख रुपये का लोन लेते हैं, तो आपको लोन पर कुल 26 लाख रुपये का ब्याज देना होगा।
इस अवधि को 15 वर्ष तक बढ़ाएँ तो ब्याज बढ़कर 41 लाख रुपये हो जाएगा। इसलिए कोशिश करें की लोन की अवधि कम से कम रहे।
इनकम बढ़ने पर EMI बढ़ाएँ
कम अवधि का लोन थोड़ा चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है क्योंकि इसमें EMI अधिक होगी। घर खरीदने की चाहत रखने वाले युवा अपने बजट में बहुत अधिक EMI शामिल नहीं कर पाते। ऐसे में EMI की राशि को धीरे-धीरे बढ़ाना एक अच्छा विचार है। साल में आपकी जितनी कमाई या सैलरी बढ़े, उसे हिसाब से EMI बढ़ाएं। इससे आपका लोन भी जल्दी अदा हो जाएगा।
बीमा चेक करें
जब आप कोई बड़ा लोन लेते हैं तो जीवन बीमा लेना एक अच्छा आइडिया है। अगर आपके साथ कुछ अनहोनी हो जाती है, तो आपके आश्रितों पर बकाया कर्ज का बोझ नहीं पड़ेगा। हालाँकि, बैंक होम लोन के साथ जो जीवन बीमा बेचने की कोशिश करते हैं, वह बहुत उपयोगी नहीं होता है क्योंकि यह लोन से जुड़ा होता है।
बैंक बकाया लोन राशि के लिए बीमा ऑफर करते हैं और यह कवर आपके द्वारा चुकाई जाने वाली हर EMI के साथ घटता जाता है। इसलिए बीमा जरूर लें, मगर अलग से लें।
बेंचमार्क और लोन रेट के बीच संबंध को समझें
अधिकतर होम लोन फ्लोटिंग रेट लोन होते हैं और एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक्ड होते हैं। RBI बैंकों को विभिन्न बेंचमार्क में से किसी को भी फॉलो करने की अनुमति देता है। सबसे आम RBI रेपो रेट है, जो जून 2023 से 6.5% पर बरकरार है। बैंक रीसेट अवधि तय करता है, जो तिमाही, छमाही या सालाना हो सकती है। लोन लेने से पहले रीसेट अवधि पता करें।
ऐसा लोन चुनें जिसमें एक्सटर्नल बेंचमार्क रेट में बदलाव का असर जल्दी दिखे।
जीवनसाथी के साथ जॉइंट होम लोन पर विचार करें
घर खरीदने को प्रोत्साहित करने के लिए, सरकार होम लोन पर टैक्स बेनेफिट देती है। धारा 24बी के तहत, होम लोन पर चुकाए गए 2 लाख रुपये तक के ब्याज पर टैक्स बेनेफिट का दावा किया जा सकता है। अगर आपका जीवनसाथी जॉब करता है, तो आप दोनों मिलकर 4 लाख रुपये तक की कटौती का दावा कर सकते हैं। पति और पत्नी दोनों अलग-अलग 2 लाख रुपये की कटौती का दावा कर सकते हैं।
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