विदेश मुद्रा भंडार 590 अरब डॉलर के पार, लगातार दूसरे हफ्ते बढ़ोतरी

Forex Reserve: भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों का निवेश बढ़ा है जिसके चलते विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा देखने को मिला है। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का भी आयात बिल पर असर दिखा है, जिस कारण विदेशी मु्द्रा भंडार पर दबाव कम हुआ है।

विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा

Forex Reserve: एक बार फिर विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी आई है। तीन नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान अपने विदेशी मुद्रा भंडार में 4.7 अरब डॉलर बढ़कर 590.78 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। जो कि बीते पांच सप्ताह का उच्चतम स्तर है। यह लगातार दूसरा सप्ताह है जब विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा है। इसके इससे पहले 27 अक्टूबर समाप्त सप्ताह के दौरान इसमें 2.6 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई थी। हालांकि अभी भी मुद्रा भंडार अक्टूबर 2021 के अपने ऑलटाइम हाई से ऊपर है। उस वक्त विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था।

विदेशी करंसी परिसंपत्तियों में बढ़ोतरी

भारत की विदेशी करंसी परिसंपत्तियाों इस दौरान 4.39 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी करंसी परिसंपत्तियों का अधिक इकोनॉमी के लिए अच्छा संकेत होता है। जहां तक सोने भंडार की बात है तो उसमें 20 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। जो 46.12 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, बीते सप्ताह भारत के विशेष आहरण अधिकार (SDR) में भी बढ़ोतरी हुई है। इस सप्ताह के दौरान एसडीआर 4.6 करोड़ डॉलर बढ़ कर 17.98 अरब डॉलर तक चला गया है।

क्यो बढ़ा भंडार

बीतें कुछ दिनों से भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों का निवेश बढ़ा है जिसके चलते विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा देखने को मिला है। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का भी आयात बिल पर असर दिखा है, जिस कारण विदेशी मु्द्रा भंडार पर दबाव कम हुआ है। हालांकि डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी से चिंता बनी हुई है। एक डॉलर के मुकाबले रुपये 83.34 के लेवल पर बंद हुआ है। जो अपने ऑलटाइम लेवल तक पहुंच चुका है।

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