घाटे में Paytm, Swiggy से लेकर ये Start-Ups, फिर भी वैल्यू इतनी कि खड़ी हो जाएं 10 नई कंपनी
भारत में स्टार्टअप्स की संख्या तो काफी बढ़ गई। मगर इनमें से अकसर अब भी घाटे में हैं। टॉप 10 घाटे वाले स्टार्ट-अप्स में कई बड़े नाम हैं, जिनमें पेटीएम, फोनपे और भारत शामिल हैं।
भारत में टॉप 10 घाटे वाले स्टार्टअप्स
- भारतपे को 2021-22 में 5933 करोड़ का घाटा
- फोन-पे और पेटीएम भी घाटे में
- अनएकेडमी तक नहीं कमा पाई मुनाफा
Top Loss-Making Start-Ups : भारत में पिछले कुछ सालों में कई स्टार्ट-अप्स (Start-Ups) ने ऊंची उड़ान भरी है। बहुत से स्टार्ट-अप्स को हजारों करोड़ रु की फंडिंग मिली। मगर दिकक्त ये है कि कई बड़े नामों समेत अकसर (Start-Ups) घाटा उठा रहे हैं। ये अभी तक प्रोफिट नहीं कमा पा रहे। आगे चेक करें टॉप घाटे वाले स्टार्टअप्स की लिस्ट।
हर साल शुरू हो रहे ढेरों स्टार्ट-अप्स
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हर साल, अनगिनत स्टार्टअप शुरू किए जा रहे हैं, लेकिन इनमें से बहुत कम असल में प्रोफिट में आने तक बच पाते हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में एक स्टडी के हवाले से बताया गया है कि केवल 20% स्टार्टअप 5 साल से अधिक समय तक सर्वाइव कर पाते हैं। वहीं केवल 8 फीसदी ही 10 साल से अधिक सर्वाइव कर पाते हैं।
इस स्टार्टअप्स को सबसे अधिक घाटा
जिन स्टार्टअप्स को वित्त वर्ष 2021-22 में सबसे अधिक घाटा हुआ, उनमें भारतपे (BharatPe) का पहला नंबर है। INC42 India’s Top 200 Startups Financial Index Report 2023 के अनुसार पिछले वित्त वर्ष में भारतपे को 5933 करोड़ रु का नुकसान हुआ।
रिपोर्ट में 72.6 करोड़ डॉलर का घाटा बताया गया है। आज के डॉलर-रुपया रेट के हिसाब से ये 5933 करोड़ रु बनते हैं। आगे देखें सबसे अधिक घाटा उठाने वाले बाकी स्टार्ट-अप्स की लिस्ट।
क्रम संख्या | Start-Up का नाम | कितना हुआ घाटा |
1. | भारतपे (BharatPe) | 5933 करोड़ रु |
2. | फ्लिपकार्ट (Flipkart) | 4642 करोड़ रु |
3. | मीशो (Meesho) | 3448 करोड़ रु |
4. | स्विगी (Swiggy) | 3252 करोड़ रु |
5. | शेयरचैट (ShareChat) | 3081 करोड़ रु |
6. | अनएकेडमी (Unacademy) | 2876 करोड़ रु |
7. | वर्से (VerSe) | 2803 करोड़ रु |
8. | पेटीएम (Paytm) | 2615 करोड़ रु |
9. | उड़ान (Udaan) | 1871 करोड़ रु |
10. | फोनपे (PhonePe) | 1855 करोड़ रु |
टोटल कितना हुआ घाटा
रिपोर्ट में एनालाइज किए गए 74 यूनिकॉर्न्स में से 55 (74 फीसदी) ने वित्त वर्ष 2021-22 में 5.9 अरब डॉलर (48,220) का कुल घाटा उठाया। यह वित्त वर्ष 2021-22 में 53 यूनिकॉर्न के 3 अरब डॉलर के कुल घाटे से लगभग दोगुना रहा (डॉलर के मामले में)।
केवल 19 स्टार्टअप्स को फायदा
रिपोर्ट में 74 स्टार्टअप्स को कवर किया गया है, जिनमें से केवल 19 मुनाफे में रहे। हालांकि इनकी वैल्यू इतनी है कि इतने में 10 नई कंपनियां खड़ी की जा सकती है। जैसे कि फोनपे की ही वैल्यू 12 अरब डॉलर है।
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काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर वे सीनियर कॉरेस्पोंडेंट हैं। टाइम्स नाउ नवभारत की ब...और देखें
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