Electoral Bond: इलेक्टोरल बांड से इन अरबपतियों ने दिया जमकर चंदा, ED एक्शन के बीच 2 कंपनियों ने सबसे ज्यादा लगाया पैसा

Electoral Bond: फ्यूचर गेमिंग की मार्च 2022 में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच की गई थी। इसने दो अलग-अलग कंपनियों के तहत 1,350 करोड़ रुपये से अधिक के चुनावी बॉण्ड खरीदे। कई बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के अनुबंध हासिल करने वाली हैदराबाद स्थित मेघा इंजीनियरिंग ने 966 करोड़ रुपये के बॉण्ड खरीदे। मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड Olectra Greentech की प्रमोटर्स है।

इलेक्टोरल बांड में किन कंपनियों ने दिया सबसे ज्यादा पैसा

Electoral Bond:स्टील कारोबारी लक्ष्मी मित्तल से लेकर अरबपति सुनील भारती मित्तल की एयरटेल, अनिल अग्रवाल की वेदांता, किरण मजूमदार शॉ, वरुण गुप्ता, बी.के. गोयनका, जैनेंद्र शाह और मोनिका नाम की एक महिला शामिल हैं। आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, स्पाइसजेट, इंडिगो, ग्रासिम इंडस्ट्रीज से लेकर कम प्रसिद्ध फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज अब रद्द किए जा चुके चुनावी बॉण्ड के प्रमुख खरीदारों में शामिल थे।निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को अपनी वेबसाइट पर चुनावी बॉण्ड के आंकड़े सार्वजनिक कर दिये। उच्चतम न्यायालय ने यह जानकारी साझा करने के लिए आयोग को 15 मार्च तक की समय सीमा दी थी।

इनके खिलाफ ईडी की जांच

फ्यूचर गेमिंग की मार्च 2022 में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच की गई थी। इसने दो अलग-अलग कंपनियों के तहत 1,350 करोड़ रुपये से अधिक के चुनावी बॉण्ड खरीदे। कई बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के अनुबंध हासिल करने वाली हैदराबाद स्थित मेघा इंजीनियरिंग ने 966 करोड़ रुपये के बॉण्ड खरीदे। मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड Olectra Greentech की प्रमोटर्स है। लेकिन मेघा इंजीनियरिंग शेयर बाजार में लिस्ट नहीं है। जबकि Olectra शेयर बाजार में लिस्टेड है। रिपोर्ट्स के अनुसार अक्टूबर 2019 में आयकर विभाग ने मेघा इंजीनियरिंग के दफ्तरों पर छापेमारी की थी। इसके बाद ईडी की ओर से भी जांच शुरू की गई.

इन कॉरपोरेट्स ने भी दिया जमकर चंदा

जाने-माने कॉरपोरेट्स समूहों में अग्रवाल की वेदांता लिमिटेड ने 398 करोड़ रुपये के बॉण्ड खरीदे, जबकि सुनील मित्तल की तीन कंपनियों ने मिलकर कुल 246 करोड़ रुपये के बॉण्ड खरीदे।

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