अब क्या होगा Go First का, इस अरबपति ने भी खीचें हाथ, 11000 करोड़ रु का कर्ज

Go First May Liquidate: जिंदल स्टील एंड पावर के प्रमोटर नवीन जिंदल में एक्सप्रेस ऑफ इंटेरेस्ट (ईओआई) पेश किया था, जो एयरलाइन के लिए बोली लगाने वाले के रूप में एकमात्र नाम हो सकते थे। मगर उन्होंने भी फाइनल बोली नहीं लगाई।

Go First May Liquidate

गो फर्स्ट को नहीं मिला खरीदार

मुख्य बातें
  • गो फर्स्ट हो सकती है लिक्विडेट
  • नहीं मिला कोई खरीदार
  • बढ़ाई जा चुकी लिक्विडेशन की डेडलाइन
Go First May Liquidate: एक समय था जब गोफर्स्ट (Go First) देश की प्रमुख एयरलाइनों में से एक थी। मगर आज ये दिवालिया है और इससे भी बढ़कर एयरलाइन को कोई खरीदने वाला भी नहीं है। ऐसे में एयरलाइन के पास केवल दो ही विकल्प हैं। इनमें एक है कि इसकी रेजोल्यूशन समयसीमा को आगे बढ़ाया जाए, जिससे शायद इसे कोई खरीदार मिल जाए और दूसरा है एयरलाइन का Liquidation। लिक्विडेशन का मतलब है कर्जदारों का पैसा चुकाने के लिए किसी कंपनी की संपत्तियां बेचना।

लिक्विडेशन पर वोटिंग की तैयारी

दिवालिया हो चुकी गो फर्स्ट एयरलाइंस के कर्जदारों एयरलाइन को बचाने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं मिलने के बाद वे अब इसके लिक्विडेशन पर वोटिंग की तैयारी में हैं।
ईटी की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को लेनदारों की समिति (सीओसी) की बैठक हुई, जो संभावित बोली लगाने वालों के लिए एयरलाइन के लिए रेजोल्यूशन पेश करने का आखिरी दिन था। मगर खरीदार न मिलने के चलते संभावना अब लिक्विडेशन की बन रही है।

नवीन जिंदल ने भी हाथ खींचे

ईटी की रिपोर्ट के अनुसार जिंदल स्टील एंड पावर के प्रमोटर नवीन जिंदल में एक्सप्रेस ऑफ इंटेरेस्ट (ईओआई) पेश किया था, जो एयरलाइन के लिए बोली लगाने वाले के रूप में एकमात्र नाम हो सकते थे। मगर उन्होंने भी फाइनल बोली नहीं लगाई।

बढ़ाई जा चुकी लिक्विडेशन की डेडलाइन

कर्जदाताओं ने बंद पड़ी एयरलाइन की रेजोल्यूशन डेडलाइन को 90 दिनों के लिए और बढ़ा दिया था। कर्जदाताओं का अब मानना है कि इसे और बढ़ाने से मदद नहीं मिल सकती। गो फर्स्ट पर बैंकों का 6,500 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। मगर इस पर कुल कर्ज 11,463 करोड़ रु का है।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा का इस पर क्रमशः 1,987 करोड़ रुपये और 1,430 करोड़ रुपये का बकाया है। ये दो सरकारी बैंक एयरलाइन के सबसे बड़े कर्जदार हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

काशिद हुसैन author

काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर वे सीनियर कॉरेस्पोंडेंट हैं। टाइम्स नाउ नवभारत की ब...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited