Student Travel Insurance: जा रहे हैं पढ़ाई करने विदेश, जानिए क्यों लेना चाहिए स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस?

Student Travel Insurance: विदेश पढ़ाई करने जा रहे हैं तो आप स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस जरुर लें। बिना इंश्योरेंस के विदेश में इलाज कराना काफी मुश्किल और बहुत महंगा हो सकता है।

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क्यों लेना चाहिए स्टूडेंट ट्रेवल वीजा? (तस्वीर-Canva)

Student Travel Insurance: भारतीय छात्र अक्सर विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं। इसके पीछे कारण यह है कि विदेशी यूनिवर्सिटी उन्हें अच्छी शिक्षा, नई संस्कृति को समझने का मौका, नौकरी के बेहतर अवसर और करियर में आगे बढ़ने का मौका देते हैं। इसके अलावा, विदेशी डिग्री पाने से विकसित देशों में अच्छा जीवन जीने का अवसर भी मिलता है। हालांकि विदेश में जाकर पढ़ाई करने के लिए अधिक धन की जरुरत होती है, जिसके लिए अक्सर लोगों को शिक्षा लोन लेना पड़ता है। इसके साथ ही घर का किराया, बिजली-पानी का खर्च, खाना, वीजा फीस, किताबें, पढ़ाई का सामान और यात्रा जैसे खर्च भी वित्तीय बोझ को बढ़ा देते हैं।

ऐसे में अगर कोई स्वास्थ्य समस्या अचानक आ जाए, तो यह स्थिति और मुश्किल हो सकती है। बिना इंश्योरेंस के विदेश में इलाज कराना काफी मुश्किल और बहुत महंगा हो सकता है। छात्र, जो पहले से ही पार्ट-टाइम जॉब, बढ़ती महंगाई और पढ़ाई के दबाव से जूझ रहे होते हैं, नए माहौल में ढलने के दौरान और भी ज्यादा परेशान हो सकते हैं। इसलिए, विदेशों में अधिकांश कॉलेज छात्रों को ऐसे जोखिमों को कवर करने के लिए मेडिकल इंश्योरेंस खरीदने का सुझाव देते हैं। छात्र आम तौर पर उन इंश्योरेंस पॉलिसियों को अपनाते हैं जो उनके कॉलेज प्रदान करते हैं या सपोर्ट करते हैं। हालांकि ये पॉलिसी आमतौर पर संपूर्ण हैं, फिर भी ये भारत और अन्य देशों सहित अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए पूरी तरह से अनुकूल नहीं हो सकती हैं।

स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस के साथ पूरी सुरक्षा

इस स्थिति में भारत से स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस लेना मददगार हो सकता है। विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्र अक्सर छुट्टियों में आसपास के देशों में घूमने के लिए जाते हैं और नए अनुभव लेते हैं। इसके अलावा वे अपने परिवार से मिलने या शादी, त्योहार, और अन्य खास पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए भारत भी लौटते हैं। इसके अलावा, वे रिसर्च या पढ़ाई से जुड़े काम के लिए दूसरे देशों की यात्रा भी कर सकते हैं। स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस इन यात्राओं के दौरान होने वाली अप्रत्याशित घटनाओं के खर्च को कवर करता है, जो कॉलेज की पॉलिसी में शामिल नहीं होते। कॉलेज की पॉलिसी आमतौर पर सिर्फ कैंपस या उस देश में होने वाली समस्याओं को कवर करती हैं जहां छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। अगर यात्रा के दौरान कोई मेडिकल इमरजेंसी हो जाए, तो वह कॉलेज की पॉलिसी में कवर नहीं होता है, जिससे छात्रों पर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है।

जबकि भारत की स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी भारतीय छात्रों की विशिष्ट जरुरतों को पूरा करती हैं, जिससे उन्हें दूसरे देशों की यात्रा के दौरान किसी भी इमरजेंसी से निपटने में मदद मिलती है। इससे छात्र चिंतामुक्त होकर यात्रा कर सकेंगे और उन्हें मानसिक शांति मिलेगी। कुछ पॉलिसी दोस्त या सहकर्मियों के साथ की जाने वाली यात्राओं को कवर करती हैं। वे न केवल मेडकिल खर्च को कवर करते हैं बल्कि यात्रा संबंधी अन्य लाभों को भी कवर करते हैं।

ये पॉलिसी कई फायदे देती हैं, जैसे जरूरी दस्तावेज या सामान खो जाने, फ्लाइट में देरी, यात्रा की तारीख बदलने या कैंसिल होने पर कवर। इसके अलावा ये ट्यूशन फीस रिफंड और खोए हुए लैपटॉप का खर्च भी कवर करती हैं, ताकि आपकी पढ़ाई पर कोई असर न पड़े। ये फायदे किसी सामान्य यूनिवर्सिटी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी से काफी ज्यादा होते हैं। साथ ही, भारत से ली गई एक कॉम्प्रिहेंसिव स्टूडेंट ट्रैवल पॉलिसी कानूनी फीस, जमानत खर्च, ट्यूशन रिफंड और थर्ड पार्टी की देनदारियों जैसे नॉन-मेडिकल खर्चों का भी ख्याल रखती है।

अगर आप किसी गंभीर बीमारी का सामना करते हैं तो परिवार का कोई सदस्य आपके निवास देश में आ सकता है। ऐसे समय में परिवार के किसी सदस्य के करीबी होने से मिलने वाली मानसिक शांति और समर्थन बहुत महत्वपूर्ण होता है। छात्रों के लिए डिजाइन की गई अधिकांश योजनाएं परिवार के उस सदस्य को भी कवरेज प्रदान करती हैं, जिससे छात्र से मिलने आए उनके परिवार के सदस्य को कोई समस्या आती है तो छात्र की पढ़ाई पर कोई असर न पड़े। स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी यूनिवर्सिटी की पॉलिसी की तुलना में ज्यादा किफायती होती हैं। छात्र अपनी कुल ट्यूशन फीस का सिर्फ 1 प्रतिशत खर्च करके एक कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी ले सकते हैं।

इसलिए, अप्रत्याशित घटनाओं के कारण होने वाले वित्तीय और भावनात्मक तनाव से राहत पाने के लिए स्टूडैंट ट्रैवल इंश्योरेंस होना जरुरी है। अपनी यात्रा शुरू करने से पहले एक कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश करके, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि विदेश में पढ़ाई के दौरान किसी भी अनचाही परिस्थिति से आप सुरक्षित रहें। यह छोटा लेकिन जरूरी कदम आपकी पढ़ाई, पैसे और सेहत की रक्षा करता है, जिससे आप अपने अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के अनुभव का पूरा फायदा उठा सकें।

(डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के हेड-ट्रैवल इंश्योरेंस मीत कपाड़िया ने लिखी है, यह सिर्फ जानकारी के लिए है, निवेश की सलाह नहीं है, अगर किसी भी तरह का निवेश करना है तो एक्सपर्ट्स से संपर्क करें)

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रामानुज सिंह author

रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं। वह बिजनेस टीम में ...और देखें

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