Senior Citizen FD: सीनियर सिटीजन की FD से सरकार का भरा खजाना, टैक्स से कमाए 27000 करोड़, खाताधारकों की भी बढ़ी इनकम
Senior Citizen FD: एसबीआई रिसर्च का अनुमान है कि 7.3 करोड़ खातों में 15 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है। इन जमाओं पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज मिलने के अनुमान को ध्यान में रखें तो वरिष्ठ नागरिकों ने सिर्फ ब्याज के रूप में ही पिछले वित्त वर्ष में 2.7 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं।
सीनियर सिटीजन एफडी
Senior Citizen FD:सरकार ने पिछले वित्त वर्ष में सावधि जमा (FD) पर कमाए गए ब्याज पर वरिष्ठ नागरिकों से 27,000 करोड़ रुपये से अधिक टैक्स प्राप्त किया है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की रिसर्च रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। ।एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट कहती है कि पिछले पांच वर्षों में जमा की गई कुल राशि वित्त वर्ष 2023-24 के अंत में 143 प्रतिशत बढ़कर 34 लाख करोड़ रुपये हो गई । जबकि पांच साल पहले यह 14 लाख करोड़ रुपये थी।रिपोर्ट के मुताबिक, FD पर अधिक ब्याज दर होने से वरिष्ठ नागरिकों के बीच यह जमा योजना काफी लोकप्रिय हुई है। इस अवधि में सावधि जमा खातों की कुल संख्या 81 प्रतिशत बढ़कर 7.4 करोड़ हो गई है।
कितना जमा है पैसा
एसबीआई रिसर्च का अनुमान है कि इनमें से 7.3 करोड़ खातों में 15 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है। इन जमाओं पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज मिलने के अनुमान को ध्यान में रखें तो वरिष्ठ नागरिकों ने सिर्फ ब्याज के रूप में ही पिछले वित्त वर्ष में 2.7 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं। रिपोर्ट कहती है कि इसमें बैंक जमा से 2.57 लाख करोड़ रुपये और शेष राशि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वरिष्ठ नागरिकों द्वारा भुगतान किए गए 10 प्रतिशत (औसत) कर को सभी वर्गों के बीच सुसंगत मानते हुए, भारत सरकार द्वारा कर संग्रहण लगभग 27,106 करोड़ रुपये होगा।
सीनियर सिटीजन एफडी पर कितना ब्याज
देश में इस समय सीनियर सिटीजन की एफडी पर सभी प्रमुख बैंक 7.0 से 7.75 फीसदी तक ब्याज दे रहे हैं। और मौजूदा नियमों के मुताबिक अगर कोई वरिष्ठ नागरिक एफडी पर सालाना 50,000 से ज्यादा का ब्याज हासिल करता है तो उस पर 10 फीसदी की टीडीएस लगता है। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिक के इनकम टैक्स स्लैब के आधार पर टैक्स कैलकुलेशन किया जाता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
End of Article
End Of Feed
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited