लैपटॉप-टैबलेट के आयात पर सख्ती, चीन को लगेगा झटका, मेक इन इंडिया पर जोर

Government Restrict Laptop, Tablet Import: विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने बृहस्पतिवार को जारी अधिसूचना में कहा कि शोध एवं विकास, परीक्षण, बेंचमार्किंग और मूल्यांकन, मरम्मत और वापसी तथा उत्पाद विकास के उद्देश्य से प्रति खेप अब 20 वस्तुओं तक आयात लाइसेंस की छूट रहेगी।इस कदम का मकसद चीन जैसे देशों से आयात घटाना है।

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चीन को लगेगा झटका

Government Restrict Laptop, Tablet Import:सरकार ने लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर, अल्ट्रा स्मॉल फॉर्म फैक्टर (यूएसएफएफ) कंप्यूटर और सर्वर के आयात पर ‘अंकुश’लगा दिया है। आयात अंकुश तत्काल प्रभाव से लागू है। किसी उत्पाद के आयात को अंकुश की श्रेणी में डालने का मतलब है कि उनके आयात के लिए लाइसेंस या सरकार की अनुमति अनिवार्य होगी। सरकार के इस कदम से जहां मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा। वहीं चीन से आयात में भी कमी आएगी। हालांकि व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए आयात की छूट होगी। लेकिन उस पर टैक्स देना होगा। साथ ही दूसरी शर्तें लागू होंगी।

क्या है प्लानिंग

विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने बृहस्पतिवार को जारी अधिसूचना में कहा कि शोध एवं विकास, परीक्षण, बेंचमार्किंग और मूल्यांकन, मरम्मत और वापसी तथा उत्पाद विकास के उद्देश्य से प्रति खेप अब 20 वस्तुओं तक आयात लाइसेंस की छूट रहेगी।इस कदम का मकसद चीन जैसे देशों से आयात घटाना है।अधिसूचना में कहा गया है कि लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर और सर्वर के आयात को तत्काल प्रभाव से 'अंकुश' कैटेगरी में डाल दिया गया है।

इसके तहत केवल एक शर्त के साथ आयात की अनुमति होगी। जिसमें आयातित सामान का उपयोग केवल बताए गए उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। उसे बेचा नहीं जा सकेगा। इसके अलावा शर्त में यह भी शामिल है कि इस्तेमाल के बाद उत्पादों को नष्ट कर दिया या फिर से निर्यात किया जाय।

तत्काल में बढ़ सकती हैं कीमत

चूंकी यह फैसला तुरंत प्रभाव से लागू होगा, ऐसे में लैपटॉप, टैबलेट आदि की कीमतों में इजाफा हो सकता है। इस समय भारत में , डेल, एसर, लेनोवो, एप्पल, एलजी, जैसी कंपनियों के लैपटॉप भारत में बिक्री के लिए चीन, ताइवान आदि से आयात किए जाते हैं। अप्रैल-जून की तिमाही में लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर जैसे उत्पादों का करीब 19.7 अरब डॉलर का आयात हुआ था।

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