Hallmarking of Silver: चांदी के लिए भी 'हॉलमार्किंग' जल्द होगी अनिवार्य ! अल्फान्यूमेरिक कोड पर चल रही चर्चा

Hallmarking of Silver in India: अब खरीदे जा रहे करीब 90 प्रतिशत आभूषणों की ‘हॉलमार्किंग’ की जाती है। इसकी शुरुआत के बाद से 44.28 करोड़ से अधिक स्वर्ण आभूषणों को विशिष्ट पहचान के साथ ‘हॉलमार्क’ द्वारा चिन्हित किया गया है।

भारत में चांदी की हॉलमार्किंग

मुख्य बातें
  • चांदी के लिए हॉलमार्किंग होगी जरूरी
  • मामले पर चल रही चर्चा
  • केंद्रीय मंत्री का आया बयान

Hallmarking of Silver in India: खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी ने सोमवार को कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) को उपभोक्ताओं की मांग के हिसाब से चांदी और चांदी के सामान के लिए ‘हॉलमार्किंग’ अनिवार्य करने पर विचार करना चाहिए। जोशी ने 78वें बीआईएस स्थापना दिवस समारोह में कहा, ‘‘ चांदी की ‘हॉलमार्किंग’ के लिए उपभोक्ताओं की ओर से मांग आ रही है। आप (बीआईएस) इस पर विचार-विमर्श कर निर्णय ले सकते हैं।’’ मंत्री ने कहा कि इस दिशा में काम शुरू हो चुका है और सरकार हितधारकों के साथ विचार-विमर्श और बीआईएस द्वारा व्यवहार्यता आकलन पूरा होने के बाद निर्णय लेगी।

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तीन से छह महीने में होगी शुरुआत

जोशी ने कहा, ‘‘ मैंने बीआईएस से व्यवहार्यता पर काम करने और उपभोक्ताओं और आभूषण डीलर से प्रतिक्रिया लेने को कहा है। हम सभी हितधारकों से परामर्श करेंगे और प्रक्रिया शुरू करेंगे।’’ चांदी की ‘हॉलमार्किंग’ यानी सफेद धातु की शुद्धता को प्रमाणित करना वर्तमान में दुकानदार या ग्राहक की इच्छा पर निर्भर है।

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