Gold Loan: गोल्ड लोन लिया है या लेने जा रहे हैं? कहीं आपकी भी कंपनी तो नहीं कर रही हेराफेरी

Gold Loan: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में IIFL फाइनेंस लिमिटेड को गोल्ड लोन को स्वीकृत या वितरित करने पर रोक लगा दिया क्योंकि आरबीआई ने जांच में कुछ गड़बड़ियां पाईं। इसलिए गोल्ड लोन लेने से पहले नियम को पूरी तरह से जान लें।

गोल्ड लोन लेने से पहले नियम जरूर जानें

Gold Loan: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में IIFL फाइनेंस लिमिटेड को निर्देश दिया कि वह तत्काल प्रभाव से अपने किसी भी गोल्ड लोन को स्वीकृत या वितरित करना या उसके किसी भी गोल्ड लोन को असाइन या सिक्योरिटाइज करना या बेचना बंद कर दे। RBI ने एक बयान में कहा था कि भारतीय रिजर्व बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध IIFL फाइनेंस को नए गोल्ड लोन को तुरंत मंजूरी देने और वितरित करने से बैन कर दिया है।

फाइनेंस कंपनी की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च तक IIFL फाइनेंस के मैनेजमेट के तहत कुल संपत्ति में गोल्ड लोन का हिस्सा 32% या 20,733 करोड़ रुपए है। आरबीआई ने जांच में पाया कि IIFL फाइनेंस के गोल्ड लोन के 67 प्रतिशत अकाउंट में लोन टू वैल्यू रेश्यो यानी LTV में गड़बड़ी है। लोन देते समय गोल्ड के दाम तय करने में गड़बड़ी की गई। एजुकेशन लोन या पर्सनल लोन की तरह गोल्ड लोन को ज्यादा कागजी कार्रवाई नहीं करनी पड़ती है। गोल्ड लोन देने वाली कंपनियां घर जाकर लोन देती हैं। भारत में गोल्ड लोन का मार्केट 6 लाख करोड़ रुपए का है।

आरबीआई ने जांच में पाईं ये गड़बड़ियां

आरबीआई ने कहा कि कंपनी के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में कुछ गलतियां देखी है। जिनमें गंभीर डेविएशन भी शामिल हैं। गोल्ड लोन की मंजूरी के समय और डिफॉल्ट पर नीलामी के समय सोने की शुद्धता और शुद्ध वजन की जांच करना और प्रमाणित करना; लोन टू वैल्यू रेश्यो में उल्लंघन, वैधानिक सीमा से कहीं अधिक कैश में लोन राशि का महत्वपूर्ण वितरण और कलेक्शन, मानक नीलामी प्रक्रिया का पालन न करना और ग्राहक खातों पर लगाए जाने वाले चार्ज में पारदर्शिता की कमी है।

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