25 साल में पहली बार IT कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या घटी,अमेरिका-यूरोप में सुस्ती का असर

Headcount OF IT Companies Fall First Time In 25 Years: मिंट की एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS), इंफोसिस लिमिटेड जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ-साथ एलटीआई माइंडट्री लिमिटेड और पर्सिस्टेंट सिस्टम्स जैसी छोटी कंपनियों सहित 10 सबसे बड़ी कंपनियों के कर्मचारियों की संख्या सितंबर के अंत में घटकर 2.06 मिलियन रह गई है।

नौकरियों में कटौती

Headcount OF IT Companies Fall First Time In 25 Years: दुनिया भर में देश की छवि बदलने वाली आईटी कंपनियों में सुस्ती का असर दिख रहा है। पिछले 25 साल में ऐसा पहली बार हुआ है कि टॉप कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है। आईटी कंपनियां करीब 20 लाख इंजीनियर्स को रोजगार देती है। और ताजा रिसर्च के अनुसार भारत की टॉप 10 सॉफ्टवेयर सेवा कंपनियों में से नौ में कर्मचारियों की संख्या घटी है। कर्मचारियों की संख्या में कमी की प्रमुख वजह अमेरिका और यूरोप से आई मांग में कमी है। इन देशों में आईटी कंपनियों के कस्टमर ने अपने खर्च में कटौती कर दी है। और उसका असर नई भर्तियों पर दिख रहा है।

कैसे हुआ असर

मिंट की एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS), इंफोसिस लिमिटेड जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ-साथ एलटीआई माइंडट्री लिमिटेड और पर्सिस्टेंट सिस्टम्स जैसी छोटी कंपनियों सहित 10 सबसे बड़ी कंपनियों के कर्मचारियों की संख्या सितंबर के अंत में घटकर 2.06 मिलियन रह गई है। जबकि वित्त वर्ष की शुरुआत में यह 2.11 मिलियन थी। यानी कर्मचारियों की संख्या में 51,744 कमी आई है। इसका मतलब है कि 50 हजार से ज्यादा नौकरियां कम हो गईं।

नई भर्तियों पर भी असर

बिजनेस में सुस्ती का असर नई भर्तियों पर भी दिख रहा है। बीते दिनों आईटी दिग्गज इंफोसिस ने फिलहाल कैंपस हायरिंग पर ब्रेक लगा दिया। आईटी कंपनियां इंजीनियरिंग ग्रैजुएट को हर साल लाखों की संख्या में भर्ती करती हैं। हर साल भारत में करीब 15 लाख इंजीनियरिंग ग्रैजुएट निकलते हैं। इनमें से 20-25 फीसदी नियुक्तियां आईटी कंपनियां करती हैं। लेकिन कंपनियां अब अमेरिका में मंदी की आशंकाओं के बीच नए लोगों को काम पर रखने में कटौती करने की योजना बना रही हैं।

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