Business Family In India:भारत में कितनी बिजनेस फैमिली, जिसने एक साल में कर दिए 8.8 लाख करोड़ डॉलर के लेन-देन
Business Family In India: वित्त वर्ष 2022-23 में इन उद्यमों ने 8.8 लाख करोड़ डॉलर का लेनदेन किया है। वित्त वर्ष 2042-43 तक सालाना 12.7 प्रतिशत की औसत से बढ़कर 95.2 लाख करोड़ डॉलर हो जाएगा।
भारत में बिजनेस परिवार
Business Family In India: एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश में कम से कम 24.7 करोड़ पारिवारिक उद्यम हैं, जो भारत की अगली आर्थिक लहर के चालक होंगे। बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में इन उद्यमों ने 8.8 लाख करोड़ डॉलर का लेनदेन किया।अंतर्राष्ट्रीय संस्था एनमासे और प्रैक्सिस ग्लोबल एलायंस की रिपोर्ट के अनुसार, ये उद्यमशील परिवार देश में अगली आर्थिक लहर के चालक होंगे और उनका मुख्य लेनदेन मूल्य (सीटीवी) वित्त वर्ष 2042-43 तक सालाना 12.7 प्रतिशत की औसत से बढ़कर 95.2 लाख करोड़ डॉलर हो जाएगा।संबंधित खबरें
एक से ज्यादा कमाई के स्रोतसंबंधित खबरें
ऐसे उद्यमशील परिवारों की आय के एक से अधिक स्रोत होते हैं। वे इन आय और क्यूरेटेड लोन को उच्च प्राथमिकता वाली वस्तुओं और सेवाओं और व्यावसायिक खर्चों के लेनदेन-गहन पोर्टफोलियो में बदल देते हैं।एलीवर इक्विटी की मैनेजिंग पार्टनर और एनमासे की सह-संस्थापक ज्योत्सना कृष्णन ने कह कि कोर ट्रांजेक्शन मूल्य पर शोध और 24.7 करोड़ उद्यमशील परिवारों की पहचान से परिवर्तनकारी विकास के लिए तैयार एक जीवंत आर्थिक खंड का पता चलता है।संबंधित खबरें
शेयर बाजार से करते हैं मोटी कमाईसंबंधित खबरें
रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि उद्यमशील परिवारों पर ध्यान केंद्रित करने वाले ब्रांडों ने नियोजित पूंजी (आरओसीई) पर आकर्षक लाभ कमाया है, जो वित्त वर्ष 2023 में निफ्टी 50 के करीब है।प्रैक्सिस ग्लोबल एलायंस के मैनेजिंग पार्टनर और सीईओ मधुर सिंगल ने कहा, "हमने जो 8.8 लाख करोड़ डॉलर का कोर ट्रांजेक्शन मूल्य खुलासा किया है, वह सिर्फ एक संख्या नहीं है; यह इन परिवारों की क्षमता और जीवंत आर्थिक गतिविधि का एक प्रमाण है।"संबंधित खबरें
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
End of Article
End Of Feed
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited