Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में KYC अपडेट है या नहीं, ऐसे करें चेक, न होने पर नहीं होगी लेनदेन
Mutual Fund KYC New Rules: सभी निवेशकों को अपनी म्यूचुअल फंड स्कीमों में केवाईसी स्टेटस चेक करना चाहिए। पुराने नियमों में निवेशक को किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस की म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करने की अनुमति थी, मगर नए नियम केवल उन लोगों को ही निवेश करने की अनुमति देते हैं जो कुछ नियमों को पूरा करते हैं।
म्यूचुअल फंड केवाईसी के नए नियम
- MF की केवाईसी है जरूरी
- न होने पर नहीं होंगी कई लेनदेन
- नहीं निकाल पाएंगे पैसा
Mutual Fund KYC New Rules: FY2025 की शुरुआत के साथ ही म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए नए नो योर कस्टमर (KYC) नियम लागू हो गए हैं। केवाईसी प्रोसेस पूरा न करने पर आपके म्यूचुअल फंड निवेश पर असर पड़ सकता है। इससे केवाईसी स्टेटस चेक करना अनिवार्य हो गया है। केवाईसी एक ऐसी प्रोसेस है जिसका उपयोग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस अपने ग्राहकों की पहचान और एडरेस डिटेल को वेरिफाई करने के लिए करते हैं। ग्राहकों को शेयर, म्यूचुअल फंड, बीमा (जीवन, स्वास्थ्य, ऑटो) और बैंकिंग सर्विसेज जैसे किसी भी रेगुलेटेड फाइनेंशियल प्रोडक्ट तक एक्सेस के लिए यह वेरिफिकेशन कराना जरूरी है।
ये भी पढ़ें -
किसके लिए है जरूरी
केवाईसी अब अनिवार्य है। इसलिए सभी निवेशकों को अपनी म्यूचुअल फंड स्कीमों में केवाईसी स्टेटस चेक करना चाहिए। पुराने नियमों में निवेशक को किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस की म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करने की अनुमति थी, मगर नए नियम केवल उन लोगों को ही निवेश करने की अनुमति देते हैं जो कुछ नियमों को पूरा करते हैं।
क्या है केवाईसी वैलिडेटेड, केवाईसी रजिस्टर्ड/वेरिफाई और केवाईसी ऑन होल्ड
- केवाईसी वैलिडेटेड, केवाईसी रजिस्टर्ड/वेरिफाई और केवाईसी ऑन होल्ड KYC के अलग-अलग स्टेटस हैं
- केवाईसी वैलिडिटेड का मतलब है कि आपके द्वारा दिए गए दस्तावेज इश्यूइंग सोर्स द्वारा वैलिडेट हैं। इस समय पैन और आधार को ही फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से वैलिडेट किया जा सकता है
- केवाईसी रजिस्टर्ड/वेरिफाइड का मतलब है कि आपके द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों को इश्यूइंग अथॉरिटी की तरफ से स्वतंत्र रूप से वेरिफाई नहीं किया जा सकता है। मगर आप जरूरी दस्तावेज (पैन और आधार) फिर से पेश करके किसी भी एएमसी में अपना पैसा लगा सकते हैं। यह उनके लिए है जिन्होंने केवाईसी के लिए एडरेस के प्रमाण और पहचान के प्रमाण के रूप में पैन या आधार के अलावा पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र जैसे डॉक्यूमेंट दिए हैं
- केवाईसी स्टेटस का तीसरा प्रकार है केवाईसी ऑन होल्ड। इसका मतलब है कि म्यूचुअल फंड निवेशक के केवाईसी दस्तावेज, उनका मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी मान्य नहीं हैं। आवश्यक दस्तावेज जमा होने तक वे फाइनेंशियल और कुछ नॉन-फाइनेंशियल लेनदेन नहीं कर पाएंगे। इसका मतलब यह होगा कि मौजूदा एसआईपी लेनदेन, रिडम्पशन ट्रांजेक्शन आदि प्रभावित होंगे
म्यूचुअल फंड केवाईसी स्टेटस ऑनलाइन कैसे चेक करें
- सबसे पहले www.CVLKRA.com पर विजिट करें
- "KYC Inquiry" पर क्लिक करें
- अब एक नया वेबपेज खुलेगा। अपना पैन दर्ज करें, कैप्चा पर क्लिक करें और "सबमिट" पर क्लिक करें
- दर्ज किए गए पैन के आधार पर केवाईसी स्टेटस स्क्रीन पर दिखेगा
डिस्क्लेमर : यहां निवेश की सलाह नहीं दी गई है। म्यूचुअल फंड में जोखिम होता है, इसलिए निवेश अपने जोखिम पर करें। निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर वे सीनियर कॉरेस्पोंडेंट हैं। टाइम्स नाउ नवभारत की ब...और देखें
जेएसडब्ल्यू समूह की अपनी वाहन कंपनी बनाने की तैयारी, 1 अरब डॉलर का निवेश
New Income Tax Bill: बजट सत्र में नया इनकम टैक्स बिल लाएगी मोदी सरकार! जानें क्या-क्या हो सकते हैं बदलाव
Jio Coin : क्या मुकेश अंबानी की RIL की क्रिप्टोकरेंसी में एंट्री? जियोकॉइन की चर्चा तेज, जानिए डिटेल
Budget Glossary: बजट 2025 से पहले जान लें ये 17 जरूरी शब्द, पड़ोसी से पूछने की नहीं पड़ेगी जरूरत
8th pay commission salary hike: सैलरी मैट्रिक्स के हिसाब से चपरासी से ऑफिसर तक कितना बढ़ सकता है वेतन? कैसे करें कैलकुलेट
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited