Indian Economy Growth: भारत कैसे बनेगा चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था? जानिए 5 कारण
India's economy growth: चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ में पिछली तिमाही में के मुकाबले गिरावट हुई लेकिन ग्लोबल स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था तौर बनी हुई है। इससे अनुमान है कि जल्द भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
जापान से कैसे आगे निकलेगी भारतीय अर्थव्यवस्था? (तस्वीर-Canva)
India's economy growth: चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था में 5.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो पिछली तिमाही की 6.7 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले धीमी है। इस मंदी के बावजूद भारत वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखा है। यह इस तरह की लगातार वृद्धि है जिसने उम्मीदों को बढ़ा दिया कि भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का अनुमान है कि इसकी शुरुआत 2025 से होगी। अंतरराष्ट्रीय निकाय का अनुमान है कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 4.34 ट्रिलियन डॉलर होगा, जबकि जापान का 4.31 ट्रिलियन डॉलर होगा। आइए जानते हैं 5 वजहें, जिसके बल पर भारत जापान को पीछे छोड़ देगा।
रणनीतिक सरकारी निवेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास और सार्वजनिक निवेश को प्राथमिकता दी है। नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन और आत्मनिर्भर भारत अभियान जैसी पहलों ने परिवहन, ऊर्जा और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर्स में महत्वपूर्ण निवेश आकर्षित किया है। उन्होंने घरेलू डिमांड और इंडस्ट्री को भी बढ़ावा दिया है।
भू-राजनीतिक बदलाव
बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, विशेष रूप से चीन को शामिल करते हुए बहुराष्ट्रीय कारपोरेशन को अपनी आपूर्ति सीरीज में विविधता लाने के लिए प्रेरित किया है। भारत इस चीन+1 रणनीति के तहत एक अनुकूल विकल्प के रूप में उभरा है, जो राजनीतिक स्थिरता और एक बड़ा, कुशल वर्कफोर्स प्रदान करता है। इस बदलाव के कारण प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में वृद्धि हुई है।
निवेश आकर्षण
भारत के वित्तीय बाजार वैश्विक निवेशकों के लिए तेजी से आकर्षक बन गए हैं। शेयर बाजार में पर्याप्त वृद्धि और विदेशी निवेशकों का प्रवाह हुआ है। इसके अतिरिक्त जेपी मॉर्गन इमर्जिंग मार्केट्स इंडेक्स सहित वैश्विक सूचकांकों में भारतीय सरकारी बॉन्ड को शामिल करने से पूंजी प्रवाह बढ़ा है, राजकोषीय घाटा कम हुआ है और आर्थिक विस्तार में योगदान मिला है।
अनुकूल डेमोग्राफी
भारत के लिए युवा आबादी डेमोग्राफिक फायद हैं, जिसमें बढ़ती श्रम शक्ति आर्थिक उत्पादकता और उपभोक्ता मांग का समर्थन करती है। यह जापान की वृद्ध होती आबादी के विपरीत है, जो सतत आर्थिक विकास के लिए चुनौतियां पेश करती है।
घरेलू डिमांड से प्रेरित ग्रोथ
भारत की घरेलू डिमांड की मजबूती ने इसके विकास की गति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जून 2024 में भारत के नाममात्र सकल घरेलू उत्पाद में निजी अंतिम उपभोग व्यय (PFCE) का योगदान 60.4 प्रतिशत था, जो पिछली तिमाही में 57.9 प्रतिशत था। दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के नाते, भारत में मजबूत घरेलू डिमांड जारी रहने की संभावना है।
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रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट ...और देखें
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