शानदार है ये MF स्कीम, मिल रहा 44 फीसदी रिटर्न, निवेशकों का पोर्टफोलियो बम-बम
स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड स्कीमें काफी बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखती हैं। पर इनमें जोखिम भी अधिक होता है। जैसे कि एचएसबीसी स्मॉल कैप फंड ने 3 सालों में बहुत बेहतर रिटर्न दिया है। पर इसे हाई रिस्क कैटेगरी में रखा गया है।
एचएसबीसी स्मॉल कैप फंड - डायरेक्ट प्लान ने बीते 3 सालों में सालाना 44 फीसदी रिटर्न दिया
मुख्य बातें
- एचएसबीसी स्मॉल कैप फंड एक स्मॉल कैप स्कीम है
- इसने बीते 3 सालों में अच्छा रिटर्न दिया है
- इस फंड में जोखिम भी अधिक है
HSBC Small Cap Fund : पिछले तीन साल स्मॉल कैप म्यूचुअल फंडों के लिए बहुत शानदार रहे। बीते 3 सालों में कई स्मॉल कैप फंड्स ने दमदार रिटर्न दिया। ऐसी ही एक स्कीम है एचएसबीसी स्मॉल कैप फंड - डायरेक्ट प्लान। इस स्कीम ने बीते 3 सालों में सालाना 44 फीसदी रिटर्न दिया है। आगे जानिए इस स्कीम की डिटेल।
3 साल क्यों रहे हैं दमदार
कोरोना की शुरुआत में शेयर मार्केट बहुत नीचे गिर गया था। पर जब इसने संभलना शुरू किया तो नये रिकॉर्ड बनाए। उस दौरान स्मॉल कैप शेयरों ने बहुत भारी रिटर्न दिया। इसीलिए स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड भी तगड़ा रिटर्न देने में कामयाब रहे।
कितना रहा है एचएसबीसी स्मॉल कैप फंड का रिटर्न
एचएसबीसी स्मॉल कैप फंड के रिटर्न की बात करें तो वैल्यू रिसर्च के डेटा के अनुसार इसने बीते 3 सालों में सालाना 44.19 फीसदी रिटर्न दिया है। हालांकि ये इसका एब्सॉल्यूट रिटर्न है। यानी एक बार में निवेश पर मिला रिटर्न।
कितना रहा एसआईपी रिटर्न
एसआईपी रिटर्न की बात करें तो बीते 3 सालों में इस फंड ने 36.41 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है। इतने रिटर्न से यदि किसी ने इस फंड में 3 साल पहले 1 लाख रु के अपफ्रंट निवेश के साथ 10 हजार रु मासिक की एसआईपी की होती तो कुल निवेश राशि बनती 4.60 लाख रु। पर 36 फीसदी से अधिक के रिटर्न के साथ ये राशि बन जाती 8.54 लाख रु। वैल्यू रिसर्च ने इस स्कीम को हाई रिस्क कैटेगरी में रखा है। साथ ही इसने इसे 3 स्टार रेटिंग दी है।
कैसा है फंड का पोर्टफोलियो
फंड के पोर्टफोलियो पर नजर डालें तो इसका 97.61 फीसदी इक्विटी में लगा हुआ है। जबकि केवल 2.39 फीसदी पैसा कैश एंड कैश इक्विवैलेंट इंस्ट्रूमेंट में लगा है। हालांकि एचएसबीसी स्मॉल कैप फंड ने मिड कैप में सबसे अधिक 58.96 फीसदी और स्मॉल कैप में 37.96 फीसदी निवेश किया हुआ है। इस फंड ने जिन 5 सेक्टरों में सबसे अधिक पैसा लगाया हुआ है, उनमें कैपिटल गुड्स, मैटेरियल्स, मेटल्स एंड माइनिंग, कंस्ट्रक्शन और फाइनेंशियल शामिल हैं।
डिस्क्लेमर : म्यूचुअल फंड में जोखिम होता है, इसलिए निवेश अपने जोखिम पर करें। निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें।
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काशिद हुसैन author
काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर व...और देखें
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