Income Tax: साल में एक से ज्यादा बार बदली है नौकरी, ITR भरते समय इन बातों का ध्यान, नहीं तो देना पड़ेगा ज्यादा टैक्स

Income Tax: नौकरी बदलने वाले लोगों को कई फॉर्म 16 की वजह से उन्हें अपना इनकम टैक्स (ITR) दाखिल करते समय कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।ITR दाखिल करने के लिए कुल टैक्स योग्य इनकम का कैलकुलेशन करनी होगी। ​सबसे पहले सभी नियोक्ताओं से फॉर्म 16 कलेक्ट करें।

ITR Filing,

आईटीआर फाइलिंग (तस्वीर-Canva)

Income Tax: सैलरी क्लास के कई टैक्सपेयर्स ने वित्त वर्ष 2023-24 में नौकरी बदली होगी। एक अप्रैल, 2023 और 31 मार्च 2024 के बीच नौकरी बदलने वाले लोगों को कई फॉर्म 16 की वजह से उन्हें अपना इनकम टैक्स (ITR) दाखिल करते समय कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कुछ चीजों को समझने से उन्हें स्टेटस से आसानी से निपटने में मदद मिल सकती है। फॉर्म 16 एक टीडीएस सर्टिफिकेट है, जो वित्तीय वर्ष के दौरान भुगतान किए गए वेतन और नियोक्ता द्वारा उस पर कितना टैक्स काटा गया, इसकी जानकारी प्रदान करता है। नियोक्ताओं को 15 जून तक कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से फॉर्म 16 जारी करना होता है।
अगर किसी ने एक वित्तीय वर्ष के भीतर नौकरी बदली है, तो उन्हें अपनी हर कंपनी से फॉर्म 16 कलेक्ट करना होगा। ऐसे व्यक्ति जिनके पास दो या अधिक फॉर्म 16 हैं, उन्हें टैक्स योग्य इनकम और छूट के लिए क्लेम को समझने में परेशानी हो सकती है। इसलिए कुछ चीजों को समझ लेते हैं।

बढ़ सकती है टैक्स की देनदारी

ईटी के अनुसार, वित्तीय वर्ष के दौरान नौकरी बदलने वाले व्यक्तियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि ITR दाखिल करते समय टैक्स की देनदारी बढ़ सकती है, क्योंकि प्रत्येक नियोक्ता अपनी कैलकुलेशन में छूट और कटौती पर विचार करता है (चुनी गई कर व्यवस्था के आधार पर)। इसलिए कुछ चीजों का क्लेम एक ही वित्तीय वर्ष में दो बार किया जा सकता है। इसके अलावा, धारा 234 बी और सी के तहत एडवांस टैक्स का भुगतान न करने पर ब्याज भी लगाया जा सकता है। इस वजह से भी टैक्स की देनदारी बढ़ सकती है।

सैलरी का कैलकुलेशन करें

सबसे पहले सभी नियोक्ताओं से फॉर्म 16 कलेक्ट करें। इसमें वित्तीय वर्ष के दौरान टीडीएस के रूप में काटे गए टैक्स की राशि दिख जाएगा। वेतनभोगी व्यक्ति को कुल ग्रॉस सैलरी (किसी भी कटौती और छूट को ध्यान में रखने से पहले का वेतन) कैलकुलेट करनी चाहिए। फॉर्म 16 का भाग ए, एक वित्तीय वर्ष में नियोक्ताओं द्वारा काटे गए टैक्स की कुल राशि दिखाता है। ग्रॉस टैक्स योग्य वेतन के कैलकुलेशन के लिए सैलरी क्लास के व्यक्ति को सभी फॉर्म के भाग बी से सभी चीजों को जोड़ना चाहिए।

एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट

इसके बाद इनकम टैक्स की ई-फाइलिंग वेबसाइट से फॉर्म 26AS और एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट (AIS) डाउनलोड करें। इसके बाद सैलरी और टीडीएस राशि का मिलान फॉर्म 16 में इंट्री के साथ करना चाहिए। याद रखें तीनों डॉक्यूमेंट के डेटा में किसी भी तरह का मिसमैच नहीं होना चाहिए। अगर टीडीएस डिटेल्स मेल नहीं खाते हैं, तो व्यक्ति फॉर्म 16 में दिखाए गए अतिरिक्त टैक्स का क्रेडिट नहीं ले पाएगा।

टैक्सेबल इनकम का कैलकुलेशन

ITR दाखिल करने के लिए कुल टैक्स योग्य इनकम का कैलकुलेशन करनी होगी। इसमें सभी नियोक्ताओं से वेतन आय, साथ ही ब्याज आय, डिविडेंड इनकम, कैपिटल गेन और अन्य इनकम शामिल है। डिडक्शन और छूट का दावा केवल एक बार किया जा सकता है। इसके बाद अगले स्टेप में डिडक्शन के लिए क्लेम करें। नई टैक्स व्यवस्था डिफॉल्ट है। इसलिए, किसी व्यक्ति को सामान्य कटौती का दावा करने के लिए पुरानी कर व्यवस्था को चुनना होगा।
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Rohit Ojha author

रोहित ओझा Timesnowhindi.com में बतौर सीनियर कॉरस्पॉडेंट सितंबर 2023 से काम कर रहे हैं। यहां पर वो बिजेनस और यूटिलिटी की खबरों पर काम करते हैं। मी...और देखें

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