पेट्रोल-डीजल पर सरकार का बड़ा फैसला, जानें आप पर क्या पड़ेगा असर

Petrol Diesel Export Ban: बाजार में पेट्रोल-डीजल की कमी न हो इसे देखते हुए सरकार ने डीजल-पेट्रोल के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध बढ़ा दिया है। सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में यह बात कही गई है।

Petrol Diesel Export:भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल का कंज्यूमर है।

Petrol Diesel Export Ban: भारतीय घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल की किसी तरह की कमी ना हो पाए इसके लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल सरकार ने डीजल और पेट्रोल के निर्यात पर बैन बढ़ा दिया है। इस बात की जानकारी सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में सामने आई है। सरकार ने गैसोलीन और गैसऑयल के एक्सपोर्ट्स पर प्रतिबंध लगा दिया था, जो वित्तीय वर्ष 2023 के अंत तक लागू रहने वाले थे। बता दें कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल का कंज्यूमर है।

बैन कब तक रहेगा यह तय नहीं

सरकार का नया आदेश शनिवार को जारी किया गया है। नया ऑर्डर कब तक प्रभावी रहेगा इस पर सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन में कुछ भी नहीं स्पष्ट किया गया है। नए ऑर्डर के अनुसार रिफाइनरी कंपनियों को गैसोलीन एक्सपोर्ट्स के अपने एनुअल वैल्यूम का 50 प्रतिशत और डीजल का 30 प्रतिशत घरेलू मार्केट में बेचना होगा। इस साल 4 मार्च से, डीजल के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स को घटाकर सबसे कम 0.50 रुपये प्रति लीटर और जेट ईंधन (ATF) पर टैक्स शून्य कर दिया गया था, जबकि घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर मामूली वृद्धि की गई थी। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि प्रतिबंधों को कुछ भारतीय रिफाइनर, मुख्य रूप से निजी कंपनियों को फिर से निर्यात के लिए रूसी ईंधन खरीदने से रोकने में मदद कर सकता है।

End Of Feed