IPO Listing In India: जुलाई-सितंबर के दौरान दुनिया भर के IPO लिस्टिंग में भारत की हिस्सेदारी रही 36%, अमेरिका भी रह गया पीछे
IPO Listing In India: 2024 की तीसरी तिमाही में भारतीय मुख्य बाजार में 27 आईपीओ आए, जबकि पिछली तिमाही में 13 आईपीओ आए थे। 2024 की तीसरी तिमाही में मुख्य बाजारों से जुटाई गई रकम 4.285 अरब डॉलर थी, जबकि 2024 की दूसरी तिमाही में यह 1.992 अरब डॉलर थी।
भारत में आईपीओ लिस्टिंग 2024
- IPO लिस्टिंग में भारत का दबदबा
- कुल लिस्टिंग में 36% रही हिस्सेदारी
- यूएस भी रह गया पीछे
IPO Listing In India: भारत 2024 की तीसरी तिमाही में कुल लिस्टिंग में 36 प्रतिशत वैश्विक हिस्सेदारी के साथ बाजार पर हावी रहा। भारत 13 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ अमेरिका से आगे निकल गया। मंगलवार को आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। ईवाई इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बाजार का शानदार प्रदर्शन इस साल अब तक के आईपीओ रिटर्न से और अधिक स्पष्ट होता है, जो बीएसई सेंसेक्स के 14.9 प्रतिशत रिटर्न से काफी बेहतर है।
ये भी पढ़ें -
27 IPO आए
2024 की तीसरी तिमाही में भारतीय मुख्य बाजार में 27 आईपीओ आए, जबकि पिछली तिमाही में 13 आईपीओ आए थे। 2024 की तीसरी तिमाही में मुख्य बाजारों से जुटाई गई रकम 4.285 अरब डॉलर थी, जबकि 2024 की दूसरी तिमाही में यह 1.992 अरब डॉलर थी।
यह सौदों की संख्या में 108% की वृद्धि के साथ जुटाई गई आय में 115 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
एसएमई सेगमेंट के IPO
एसएमई (स्मॉल एंड मीडियम साइज्ड एंटरप्राइजेज) सेगमेंट ने 2024 की तीसरी तिमाही के दौरान 84 आईपीओ के जरिए 398 मिलियन डॉलर जुटाए, जबकि 2023 की दूसरी तिमाही के लिए यह आंकड़ा 60 आईपीओ के माध्यम से 208 मिलियन डॉलर था।
इससे पता चलता है कि भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों ने दो दशकों में अपनी उच्चतम तिमाही लिस्टिंग हासिल की है, जिससे आईपीओ एक्टिविटी में ग्लोबल लीडर के रूप में उनकी स्थिति मजबूत हुई है।
पूंजी बाजारों की बढ़ती मैच्योरिटी
ईवाई इंडिया के इंडिया मार्केट लीडर प्रशांत सिंघल ने कहा भारत के आईपीओ बाजार में यह तेज गति हमारे पूंजी बाजारों की बढ़ती परिपक्वता और निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दिखाती है। हम घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों दोनों की मजबूत भागीदारी देखना जारी रखते हैं।
भारत पब्लिक होने की इच्छा रखने वाली कंपनियों के लिए एक पसंदीदा डेस्टिनेशन के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है।
ब्याज दरें 6.2 प्रतिशत तक कम होने की उम्मीद
प्रमुख और स्मॉल एंड मीडियम साइज्ड एंटरप्राइजेज बाजार में कंज्यूमर रिटेल प्रोडक्ट्स, अलग-अलग इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स, रियल एस्टेट, हॉस्पिटैलिटी और कंस्ट्रक्शन सेक्टर आईपीओ एक्टिविटी को लीड कर रहे हैं।
फेवरेबल मैक्रो एनवायरनमेंट ने आईपीओ एक्टिविटी के लिए मजबूत अनुकूल परिस्थितियां पैदा की हैं, जिससे 2025 तक ब्याज दरें 6.2 प्रतिशत तक कम होने की उम्मीद है और मुद्रास्फीति 4.5 प्रतिशत तक कम होने का अनुमान है।
इसके अलावा, फाइलिंग में वृद्धि और सेकेंडरी बाजार के मजबूत प्रदर्शन से भारत के आईपीओ बाजार में निरंतर गति का संकेत मिलता है। (इनपुट - आईएएनएस)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। बिजनेस (Business News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।
काशिद हुसैन अप्रैल 2023 से Timesnowhindi.Com (टाइम्स नाउ नवभारत) के साथ काम कर रहे हैं। यहां पर वे सीनियर कॉरेस्पोंडेंट हैं। टाइम्स नाउ नवभारत की ब...और देखें
Whatsapp New Feature: व्हाट्सऐप लेकर आया नया फीचर, टेक्स्ट में बदल जाएगा ‘वॉइस मैसेज’, ऐसे करें इस्तेमाल
Gold-Silver Rate Today 22 November 2024: सोना 77400 रु के पार, लुढ़की चांदी, जानें अपने शहर का भाव
Real Estate: रहेजा डेवलपर्स को मिली NCLT से राहत, जानें क्या है पूरा मामला
NTPC Green Energy IPO: निवेश का आखिरी मौका, जानें कितना है GMP, कब होगी लिस्टिंग
नोएडा की कंपनी कॉरपोरेट इन्फोटेक को मिला ONGC आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर का कॉन्ट्रैक्ट
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited