Gas Pipeline: एशिया में बढेगा भारत का दबदबा, रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

2028 तक क्षेत्र की कुल पाइपलाइन लंबाई में भारत की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत से अधिक होने की उम्मीद है। इसमें बताया गया है कि भारत में 2028 तक 50 से अधिक नियोजित और घोषित पाइपलाइनों का संचालन शुरू होने की संभावना है। आईएचबी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित पाइप लाइन के 2025 में चालू होने की उम्मीद है और इससे गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्यों के पश्चिमी भाग में बढ़ती एलपीजी मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी।

एशिया में बढेगा भारत का दबदबा, रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

Gas Pipeline: एक नई रिपोर्ट के अनुसार 2028 तक एशिया में तेल और गैस ट्रांसमिशन पाइपलाइन की लंबाई में भारत का दबदबा होने का अनुमान है। एक प्रमुख डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडाटा की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2028 तक क्षेत्र की कुल पाइपलाइन लंबाई में भारत की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत से अधिक होने की उम्मीद है। इसमें बताया गया है कि भारत में 2028 तक 50 से अधिक नियोजित और घोषित पाइपलाइनों का संचालन शुरू होने की संभावना है, जिससे ट्रांसमिशन पाइप लाइन की कुल लंबाई 26,000 किलोमीटर से अधिक हो जाएगी।

भारत की हिस्सेदारी

इसमें से लगभग 24,000 किलोमीटर लम्बाई की वृद्धि नियोजित पाइपलाइनों से होगी, जिन्हें विकास के लिए आवश्यक अनुमोदन प्राप्त हो चुका है। ग्लोबलडाटा में तेल एवं गैस विश्लेषक भार्गवी गंधम ने कहा, "भारत में 2028 तक बनने वाली ट्रांसमिशन पाइपलाइन की लंबाई में प्राकृतिक गैस और उत्पाद पाइपलाइनों का हिस्सा 80 प्रतिशत से अधिक होगा। आगामी कांडला-गोरखपुर उत्पाद पाइपलाइन 2,809 किलोमीटर की लंबाई के साथ सभी आगामी पाइपलाइनों में सबसे लंबी होने की संभावना है।"

End Of Feed