Rupee vs Dollar: रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा रुपया, डॉलर के मुकाबले पहली बार 84 के पार

Rupee vs Dollar : बढ़ते कच्चे तेल के दाम और वैश्विक फंडों द्वारा दलाल स्ट्रीट पर शेयरों की लगातार बिकवाली की वजह से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। पहली बार 84 रुपए प्रति डॉलर को पार कर गया।

रुपया बनाम डॉलर (तस्वीर-Canva)

Rupee vs Dollar: वैश्विक बाजारों में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। शुक्रवार (11 अक्तूबर 2024) को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर होकर नए निचले स्तर पर पहुंच गया। बढ़ते कच्चे तेल के दाम और वैश्विक फंडों द्वारा दलाल स्ट्रीट पर शेयरों की लगातार बिकवाली के कारण भारतीय करेंसी पर दबाव पड़ा। ब्लूमबर्ग के मुताबिक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.96 पर खुलने के बाद भारतीय रुपया 84.09 रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। रुपये की गिरावट के अपने पिछले निचले स्तर को पार कर गई, जो 12 सितंबर को पहुंचा था।

विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, पश्चिम एशिया में स्थिति अस्थिर बनी हुई है और इससे अल्पावधि में कच्चे तेल की कीमतें ऊंची तथा रुपया कमजोर रह सकता है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले एक पैसे की तेजी के साथ 83.97 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 83.96 के दिन के उच्चतम स्तर और 84.10 प्रति डॉलर के निम्नतम स्तर को छूने के बाद अंत में 11 पैसे की गिरावट के साथ 84.09 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। बृहस्पतिवार को रुपया 83.98 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा कि आठ अगस्त, 2024 से रुपये को 83.99 से नीचे की सीमा में रखने के बाद, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आखिरकार रुपये को 84 से नीचे कमजोर होने दिया, क्योंकि एफपीआई जो इक्विटी में बड़े विक्रेता के रूप में उभरे हैं, ने अपना पैसा देश से बाहर निकालने के लिए डॉलर खरीदना जारी रखा। उन्होंने कहा कि अब हम उम्मीद कर सकते हैं कि रुपया अल्पावधि में 84.25 तक जाएगा। ईरान, इज़राइल, लेबनान की खबरें भी अच्छी नहीं लगती हैं और इससे तेल मजबूत और रुपया कमजोर रह सकता है।

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