Indian Type Foundry: फॉन्ट बनाकर करोड़ों कमा रहा ये शख्स, Google-Apple-Amazon समेत 300 कस्टमर

Indian Type Foundry: आईटीएफ का सालाना रेवेन्यू लगभग 2 मिलियन डॉलर (लगभग 16.48 करोड़ रुपये) है। फॉर्च्यून 500 कंपनियों में से लगभग 300 इसकी ग्राहक हैं।

फॉन्ट बनाकर करोड़ों की कमाई

मुख्य बातें
  • फॉन्ट बनाता है आईटीएफ
  • सत्या राजपुरोहित ने की थी शुरुआत
  • सालाना रेवेन्यू करोड़ों में
Indian Type Foundry: आपने स्मार्टफोन और लैपटॉप के लिए अलग-अलग फॉन्ट देखे और यूज किए होंगे। मगर क्या आप जानते हैं कि इन्हें कौन डेवलप करता है? कुछ कंपनियां या स्टार्टअप गूगल-ऐप्पल समेत अन्य कंपनियों के लिए फॉन्ट डेवलप करती हैं। ऐसा ही एक स्टार्टअप है Indian Type Foundry, जिसकी शुरुआत सत्या राजपुरोहित ने की थी। सत्या राजस्थान के बोर्डिंग स्कूल में अपने क्लासमेट के प्रोजेक्ट्स के लिए शब्दों को खूबसूरती से लिखते थे। इसी कौशल की बदौलत उन्होंने एक डिजाइन फर्म शुरू की, जिसने दुनिया में 20 राइटिंग सिस्टम्स के लिए 450 फॉन्ट डेवलप किए हैं।
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2009 में शुरू किया स्टार्टअप

द बेटर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सत्या को इस क्रिएटिव प्रोसेस (शब्दों को अलग अंदाज से लिखना) में मजा आता था। बाद में वे कारों और बाइकों के लिए रेडियम नंबर प्लेटों की तरफ आकर्षित हुए। उन्होंने अपने दोस्तों और परिवार को फ्री में अपनी सर्विस दी और फिर सत्या ने 2009 में अहमदाबाद में इंडियन टाइप फाउंड्री (आईटीएफ) की शुरुआत की।
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