Inflation And IIP Data:महंगाई में मामूली गिरावट तो औद्योगिक उत्पादन में सुस्ती, जानें क्यों सुस्त रही इकोनॉमी की चाल

Inflation And IIP Data: मासिक आधार पर सब्जियों, फल, तेल और वसा, दाल तथा उसके उत्पादों की महंगाई में मामूली कमी आई। हालांकि, अनाज और उसके उत्पाद, मांस और मछली तथा दूध एवं उसके उत्पाद कैटेगरी में कीमत वृद्धि की दर ऊंची रही।

INFLATION AND IIP

महंगाई और औद्योगिक सूचकांक

Inflation And IIP Data:अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर मंगलवार को मिले-जुले आंकड़े सामने आए हैं । एक तरफ जहां विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन की वजह से देश की औद्योगिक उत्पादन इस साल जनवरी में धीमी पड़कर 3.8 प्रतिशत रह गया है। वहीं खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में मामूली घटकर चार महीने के निचले स्तर 5.09 प्रतिशत पर आ गई। इसके साथ, यह लगातार छठे महीने भारतीय रिजर्व बैंक के दो से छह प्रतिशत के संतोषजनक दायरे में है।यह जनवरी, 2024 में 5.1 प्रतिशत और फरवरी, 2023 में 6.44 प्रतिशत थी। इससे पहले, अक्टूबर, 2023 में यह निचले स्तर 4.87 प्रतिशत थी।

महंगाई में क्यों आई मामूली गिरावट

मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मासिक आधार पर सब्जियों, फल, तेल और वसा, दाल तथा उसके उत्पादों की महंगाई में मामूली कमी आई। हालांकि, अनाज और उसके उत्पाद, मांस और मछली तथा दूध एवं उसके उत्पाद खंड में कीमत वृद्धि की दर ऊंची रही।उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में खाद्य वस्तुओं की हिस्सेदारी करीब 50 प्रतिशत है। जिसकी वजह से यह फरवरी में मामूली घटकर चार महीने के निचले स्तर 5.09 प्रतिशत पर आ गई। इसके साथ, यह लगातार छठे महीने भारतीय रिजर्व बैंक के दो से छह प्रतिशत के संतोषजनक दायरे में है। हालांकि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य वस्तुओं की महंगाई फरवरी में 8.66 प्रतिशत रही जो इससे पिछले महीने 8.3 प्रतिशत से थोड़ी अधिक है।आरबीआई ने पिछले महीने मौद्रिक नीति समीक्षा में मुद्रास्फीति के 2023-24 में 5.4 प्रतिशत और जनवरी-मार्च तिमाही में 5.0 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था।

औद्योगिक उत्पादन में सुस्ती

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाले औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि जनवरी, 2023 में 5.8 प्रतिशत रही थी। जबकि दिसंबर, 2023 में यह 4.2 प्रतिशत और नवंबर में 2.4 प्रतिशत थी।औद्योगिक उत्पादन पर जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह यानी जनवरी तक औद्योगिक उत्पादन वृद्धि 5.9 प्रतिशत रही है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन 5.5 प्रतिशत बढ़ा था।

विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि जनवरी में घटकर 3.2 प्रतिशत रह गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 4.5 प्रतिशत थी।बिजली क्षेत्र का उत्पादन भी जनवरी में धीमी पड़कर 5.6 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ा। एक साल पहले इसी माह में बिजली क्षेत्र का उत्पादन 12.7 प्रतिशत बढ़ा था।समीक्षाधीन महीने में खनन उत्पादन वृद्धि भी साल भर पहले के नौ प्रतिशत के मुकाबले घटकर 5.9 प्रतिशत रह गई।

उपयोग पर आधारित वर्गीकरण के मुताबिक, जनवरी माह में पूंजीगत उत्पाद सेक्शन की वृद्धि घटकर 4.1 प्रतिशत रह गई, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 10.5 प्रतिशत रही थी।इस साल जनवरी में टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन 10.9 प्रतिशत बढ़ा जबकि एक साल पहले की समान अवधि में इसमें 8.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी।गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन आलोच्य अवधि में 0.3 प्रतिशत घट गया जबकि जनवरी, 2023 में इसमें 6.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

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