पेट्रोल की वजह से अमेरिकी में कम हो गई महंगाई, जानिए भारत का क्या है हाल
Inflation: दिसंबर 2022 के महीने के लिए भारत की खुदरा मुद्रास्फीति और अमेरिका की वार्षिक मुद्रास्फीति का आंकड़ा जारी हो चुका है। आइए जानते हैं इन दोनों देशों की जनता को महंगाई से राहत मिली या नहीं।
पेट्रोल की वजह से अमेरिकी में कम हो गई महंगाई, जानिए भारत का क्या है हाल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) से ना सिर्फ भारत, बल्कि दुनिया के सभी देश प्रभावित हुए थे। अब भी दुनिया से कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इस दौरान कई लोगों की नौकरी चली गई, सभी सेक्टर्स प्रभावित हुए और महंगाई ने भी जनता का बुरा हाल कर दिया। हालांकि अब पहले के मुकाबले स्थिति बेहतर है। आइए जानते हैं कि आज के समय में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और भारत में मुद्रास्फीति (Inflation) का क्या हाल है।
अमेरिका में कम हुई महंगाई
संबंधित खबरें
अमेरिकी वार्षिक मुद्रास्फीति (US Inflation) की दर दिसंबर में घटकर 6.5 प्रतिशत की वार्षिक दर पर आ गई, जो अक्टूबर 2021 के बाद से सबसे कम वृद्धि है। श्रम सांख्यिकी एजेंसी ने यह जानकारी दी। मुद्रास्फीति के एक उपाय के रूप में पिछले महीने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) वृद्धि नवंबर में रिपोर्ट की गई 7.1 प्रतिशत से कम थी।
पेट्रोल की कीमत में कमी
श्रम सांख्यिकी ब्यूरो ने कहा कि पेट्रोल (Petrol) की कीमतों में गिरावट से गिरावट आई है, जिससे ऊर्जा सूचकांक में 4.5 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि सूचकांक के अन्य घटकों में वृद्धि हुई है। इसमें कहा गया है : "गैसोलीन के लिए सूचकांक मासिक सभी वस्तुओं की कमी में अब तक का सबसे बड़ा योगदानकर्ता था।" हालांकि, महीने के दौरान खाद्य सूचकांक में 0.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अमेरिकी मुद्रास्फीति की दरों पर दुनियाभर के नीति निर्माताओं और वित्तीय क्षेत्रों द्वारा उत्सुकता से नजर रखी जाती है, क्योंकि वे अमेरिकी ब्याज दरों को प्रभावित करते हैं, जो अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर व्यापक प्रभाव डाल सकते हैं।
मुद्रास्फीति की धीमी गति, जो फेडरल रिजर्व द्वारा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए ब्याज दर बढ़ाने का एक कारक रहा है, को अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा सकता है और इसका समग्र तस्वीर मिश्रित है। पिछले 12 महीनों में खाद्य और ऊर्जा को छोड़कर अन्य सभी मदों के सूचकांक में 5.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और फेडरल रिजर्व का ध्यान ब्याज दरों के पाठ्यक्रम को निर्धारित करने में सावधानी बरतने पर है।
मंदी का खतरा
बैंकरेट के मुख्य वित्तीय विश्लेषक ग्रेग मैकब्राइड ने सीएनबीसी को बताया कि यह निर्धारित करना जल्दबाजी होगी कि मुद्रास्फीति नियंत्रण में थी या नहीं। उन्होंने आउटलेट को बताया, "हमें महीनों की अवधि में और वस्तुओं और सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला में निरंतर सुधार देखने को मिला है।" चूंकि ब्याज दरों में बढ़ोतरी से मंदी का खतरा है, इसलिए अर्थव्यवस्था में सुधार धीमी गति से आ सकता है।
भारत में भी कम हुई महंगाई दर
दिसंबर 2022 में खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) घटकर एक साल के निचले स्तर 5.72 प्रतिशत पर आ गई। मुख्य रूप से सब्जियों की कीमतों में नरमी के चलते यह कमी हुई। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति के लगातार दूसरे महीने छह प्रतिशत से नीचे रहने से भारतीय रिजर्व बैंक को ब्याज दर में वृद्धि को रोकने के लिए कुछ गुंजाइश मिली है। केंद्र सरकार ने आरबीआई को मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत (दो प्रतिशत ऊपर या नीचे) पर रखने का लक्ष्य दिया है। खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर, 2022 में 5.88 प्रतिशत और दिसंबर, 2021 में 5.66 प्रतिशत थी। खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर से लगातार घट रही है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 4.19 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने नवंबर में 4.67 प्रतिशत थी। यह आंकड़ा दिसंबर, 2021 में 4.05 प्रतिशत था> खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी, 2022 से लगातार रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर छह प्रतिशत से ऊपर रहने के बाद नवंबर में घटकर 5.88 प्रतिशत और दिसंबर में 5.72 प्रतिशत रह गई।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें
Kalyan Jewelers shares: सफाई के बाद 7 फीसदी उछला कल्याण ज्वेलर्स शेयर, मोतीलाल ओसवाल ने रिश्वतखोरी के आरोपों को बताया बेबुनियाद
Vodafone Idea: वोडाफोन आइडिया के शेयर में अपर सर्किट, 10% उछला, जानें वजह
Wipro Share Price Up: 7% से ज्यादा उछला Wipro का शेयर, Q3 नतीजों और डिविडेंड के ऐलान का दिख रहा असर
Laxmi Dental IPO Listing: लक्ष्मी डेंटल ने कराया जोरदार फायदा, 26% प्रीमियम पर की शुरुआत, 542 रु रहा भाव लिस्टिंग भाव
Melania Trump: मेलानिया ट्रंप ने लॉन्च किया अपना क्रिप्टो कॉइन $MELANIA, डोनाल्ड ट्रंप के $TRUMP को पहुंचा झटका
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited