Jobs: वित्तीय वर्ष 2023-24 में आईटी कंपनी टीसीएस, इंफोसिस और विप्रो में घटी 63759 नौकरियां

IT companies Jobs: वित्तीय वर्ष 2023-24 भारत की प्रमुख इंफॉर्मेशन टैक्नोलॉजी (IT) कंपनियां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस और विप्रो में नौकरियों की संख्या मे कमी आई। तीनों कंपनियों को मिलाकर 63,759 कर्मचारियों की कमी हुई। इंफोसिस ने तो कैंपस भर्तियां भी छोड़ दी है। तीन आईटी की दिग्गज कंपनियों में ऐतिहासिक रूप से पहली बार पूरे साल में कर्मचारियों की संख्या में गिरावट रही है।

आईटी कंपनियों में घटी नौकरियां

IT companies Jobs Loss: भारत की लीडिंग इंफॉर्मेशन टैक्नोलॉजी (IT) कंपनियां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस और विप्रो ने हाल ही में वित्तीय वर्ष 2023-24 (Q4वित्त वर्ष24) के लिए अपने जनवरी-मार्च तिमाही के नतीजों का ऐलान किया और पूरे साल के लिए अपने कुल कर्मचारी संख्या में कमी दर्ज की। तीन सॉफ्टवेयर सर्विस कंपनियों ने पूरे वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान कर्मचारियों की संख्या में 63,759 की कमी हुई। जो कमजोर वैश्विक डिमांड और खर्चों में गिरावट के बीच रोजगार और नियुक्ति के रुझान के लिए एक गंभीर तस्वीर पेश करती है। तीन आईटी की दिग्गज कंपनियों में ऐतिहासिक रूप से पहली बार पूरे साल में कर्मचारियों की संख्या में गिरावट रही है। बाजार एक्सपर्स्ट ने कहा कि वर्तमान वातावरण सॉफ्टवेयर सर्विस निर्यातकों के लिए प्रतिकूल है। जिसके परिणामस्वरूप 31 मार्च को समाप्त तिमाही में टैक्नोलॉजी की बड़ी कंपनियों में नरमी आई है। आइए टीसीएस, इंफोसिस और विप्रो पर नजर डालते हैं।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)

भारत के सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी ने नेट प्रोफिट में 9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 12,434 करोड़ रुपए की वृद्धि दर्ज की, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 11,392 करोड़ रुपए था। चौथी तिमाही में राजस्व 3.5 प्रतिशत बढ़कर 61,237 करोड़ हो गया, जो डी-स्ट्रीट के अनुमान से चूक गया। टीसीएस ने 2004 में टैक्नोलॉजी दिग्गज के लिस्टेड होने के बाद से 19 वर्षों में पहली बार पूरे साल के कर्मचारियों की संख्या में गिरावट दर्ज की है। वित्त वर्ष 2024 में कर्मचारियों की संख्या में 13,249 की गिरावट आई और 31 मार्च तक कुल वर्कफोर्स 6,01,546 कर्मचारियों पर पहुंच गया। क्रमिक रूप से जनवरी-मार्च 2024 में कर्मचारियों की संख्या में 1759 की गिरावट आई, जो लगातार तीसरी तिमाही में गिरावट की रिपोर्ट है। मार्च तिमाही में नौकरी छोड़ने की दर घटकर 12.5 प्रतिशत हो गई, जबकि पिछली दिसंबर तिमाही में यह 13.3 प्रतिशत थी। आईटी प्रमुख की अपने वर्कफोर्स के लिए वार्षिक वेतन वृद्धि उसके शीर्ष प्रदर्शनकर्ताओं के लिए दोहरे अंकों में रही।

इंफोसिस (Infosys)

भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी का नेट प्रोफिट मार्च तिमाही में 30 प्रतिशत बढ़कर 7,975 करोड़ रुपए हो गया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 6,134 रुपए करोड़ था। समीक्षाधीन तिमाही में कुल राजस्व सालाना आधार पर 1.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 37,923 करोड़ रुपए रहा। अनिश्चित डिमांड स्थितियों के बीच इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने रेवेन्यु गाइडेंस को एक साल पहले के 4-7 प्रतिशत से घटाकर 1-3 प्रतिशत कर दिया। इंफोसिस ने 2001 के बाद से 23 वर्षों में पहली बार पूरे साल के कर्मचारियों की संख्या में गिरावट दर्ज की है। वित्त वर्ष 2024 में कर्मचारियों की संख्या में 25,994 की गिरावट आई और कुल वर्कफोर्स 317,240 हो गया। जो कि सालाना 7.5 प्रतिशत की गिरावट है। क्रमिक आधार पर इंफोसिस ने 5423 कम कर्मचारियों के साथ लगातार पांचवीं तिमाही में गिरावट दर्ज की। मार्च तिमाही में नौकरी छोड़ने की दर घटकर 12.6 प्रतिशत हो गई, जबकि पिछली दिसंबर तिमाही में यह 12.9 प्रतिशत थी। इन्फोसिस ने पिछले तीन तिमाहियों से कैंपस भर्तियों को छोड़ दिया है क्योंकि उसका नियुक्ति मॉडल बदल गया है। यह अब कैंपस से फ्रेशर्स को काम पर नहीं रखता बल्कि ऑफ-कैंपस भर्तियों पर ध्यान केंद्रित करता है।

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