ITR Filing: इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के हैं कई फायदे, जानिए क्या-क्या लाभ होगा

Income Tax Return Filing: इनकम टैक्स रिटर्न या आईटीआर को फाइल करने के लिए इनकम टैक्स विभाग ने फॉर्म जारी कर दिया है। अगर आप से फाइल करते हैं तो आपको कई फायदे होंगे।

आईटीआर फाइल करने के कई फायदे हैं

Income Tax Return Filing: इनकम टैक्स रिटर्न या आईटीआर को फाइल करने के लिए इनकम टैक्स विभाग ने फॉर्म जारी कर दिया है। जो भारत के निवासियों द्वारा एक वित्तीय वर्ष में अपनी सकल टैक्स योग्य आय घोषित करने के लिए दाखिल किया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जिसे हर साल फाइल करना होता है। इस फॉर्म में किसी व्यक्ति की आय, निवेश और किसी वर्ष में देय टैक्स से संबंधित सभी डिटेल होते हैं। वेतनभोगी लोगों और व्यवसायों के लिए भी आईटीआर दाखिल करना अनिवार्य है। वास्तव में यह जरूरी है। भले ही कोई किसी भी श्रेणी में आता हो। आइए आईटीआर दाखिल करने के 6 लाभों के जानें।

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  • एड्रेस प्रूफ- आईटीआर में डाल गए एड्रेस एक विश्वसनीय प्रमाण भी है। आईटीआर जिसमें आवेदक का पता होता है। आधार, पासपोर्ट और अन्य दस्तावेजों के लिए आवेदन करते समय इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • वीजा- रिटर्न किसी व्यक्ति की नागरिक जिम्मेदारी को दर्शाता है। कई देश वीजा के लिए आईटीआर कॉपी की मांग करते हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वीजा के लिए आवेदन करते समय आईटीआर प्रतियां ही एकमात्र स्वीकार्य आय प्रमाण हैं।
  • घाटा- शेयर बाजार में पिछले साल के घाटे की भरपाई के लिए आपको रिटर्न दाखिल करना होगा। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति के पास भारत के बाहर सूचीबद्ध कंपनियों के स्टॉक हैं, तो आईटीआर दाखिल करना जरूरी है।
  • लोन- जब आप लोन के लिए आवेदन करते हैं तो आईटीआर एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। ऋणदाता आवेदक से उसकी कमाई वेरिफाई करने के लिए दस्तावेज मांगता है। आईटीआर एक आय प्रमाण है और ऋण के लिए आवेदन करते समय यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है।
  • कमाई- आईटीआर एक दस्तावेज है जो किसी व्यक्ति की कमाई के सबूत को प्रमाणित करता है।
  • अतिरिक्त टैक्स रिफंड का दावा करें- वेतन, फिक्स्ड डिपॉजिट और अन्य जैसे स्रोत से टैक्स काटा जाता है। एक व्यक्ति आईटीआर के जरिये एक वित्तीय वर्ष में टीडीएस या स्रोत पर काटे गए अतिरिक्त टैक्स के रिफंड का दावा कर सकता है।
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