JM Financial And IIFL Stocks: RBI की सख्ती के बाद जेएम फाइनेंशियल 19 फीसदी टूटा, IIFL में भी 20 फीसदी गिरावट
JM Financial And IIFL Stocks:आरबीआई ने अपनी समीक्षा में पाया कि कंपनी ने उधार ली गई राशि का उपयोग करके अपने ग्राहकों के एक समूह को कई आईपीओ और एनसीडी ऑफर के लिए बोली लगाने में बार-बार मदद की। आरबीआई के अनुसार क्रेडिट अंडरराइटिंग में लापरवाही बरती गई और फाइनेंसिंग अल्प (बहुत कम) मार्जिन पर किया गया।

आरबीआई की सख्ती का असर
आरबीआई ने क्यों लगाया बैन
आरबीआई ने अपनी समीक्षा में पाया कि कंपनी ने उधार ली गई राशि का उपयोग करके अपने ग्राहकों के एक समूह को कई आईपीओ और एनसीडी ऑफर के लिए बोली लगाने में बार-बार मदद की। आरबीआई के अनुसार क्रेडिट अंडरराइटिंग में लापरवाही बरती गई और फाइनेंसिंग अल्प (बहुत कम) मार्जिन पर किया गया। आरबीआई ने कहा है कि कंपनी में गवर्नेंस इश्यू (मैनेजमेंट स्तर पर गड़बड़ी) भी हैं, जो ग्राहकों के हितों के लिए हानिकारक हैं। आगे नियामक उल्लंघन और कमियां, यदि कोई हों, तो इस संबंध में बैंक(बैंकों) की अलग से जांच की जा रही है।
IIFL के स्टॉक भी टूटे
इस बीच आईआईएफएल फाइनेंस लिमिटेड के शेयरों में लगातार दूसरे दिन भी गिरावट जारी है। शेयर 20 फीसदी की भारी गिरावट के साथ लोअर सर्किट पर पहुंच गए। पिछले 2 दिनों में कंपनी के शेयर करीब 36 फीसदी गिर घए है। यह गिरावट भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से कंपनी के गोल्ड लोन बिजनेस पर की गई कार्रवाई के बाद आई है। आरबीआई की सख्ती के बाद ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने स्टॉक की रेटिंग को 'खरीदें (Buy)' से घटाकर "होल्ड" कर दिया ।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

HUDCO, IREDA और BEL के शेयरों में दिख रही मजबूती, कुनाल परार ने बताए शॉर्ट टर्म टारगेट

20 रुपये से कम में ट्रेड कर रहा यह स्टॉक चर्चा में, विदेशी अधिग्रहण और फंडरेजिंग की तैयारी में कंपनी

पांच साल में दिया 700 फीसदी का रिटर्न! विदेशी मुद्रा बॉन्ड के अलॉटमेंट के बाद स्मॉल-कैप स्टॉक पर नजर

Stock Market Outlook: निफ्टी में तेजी का अनुमान, 25000 का लेवल अहम, एक्सपर्स्ट की राय, 'गिरावट पर करें खरीदारी'

इस सप्ताह बाजार की दिशा तय करेंगे तिमाही नतीजे, एफआईआई का रुख और वैश्विक संकेत
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited