कर्नाटक:निवेश अब केवल बेंगलुरू तक सीमित नहीं, सनराइज सेक्टर पर फोकस बढ़ा -वित्त मंत्री
Karnataka Global Investors Summit 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कर्नाटक में आईटी क्षेत्र के साथ-साथ सनराइज एरिया में निवेश बढ़ रहा है। साथ ही यह निवेश केवल बेंगलुरू तक सीमित नहीं है। वह मंगलौर, मैसूर, शिमोगा सहित दूसरे क्षेत्रों में भी हो रहा है। इसके लिए राज्य का हाइड्रोजन मिशन, ग्रीन अमोनिया, इंडस्ट्री कॉरिडोर जैसे सनराइज एरिया में फोकस बढ़ा है।
कर्नाटक ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2022 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
मुख्य बातें
- सीतारमण ने कहा कि दुनिया में आज खाद्यान्न, एनर्जी की सुरक्षा की चिंता बढ़ रही है।
- कर्नाटक में देश के कुल संगठित क्षेत्र का 10 फीसदी रोजगार उत्पन्न होता है।
- इसी तरह राज्य देश की कुल जीडीपी में 8.8 फीसदी का योगदान देता है
Karnataka Global Investors Summit 2022:कर्नाटक सरकार की नई आईटी, रिन्यूएबल एनर्जी और भूमि सुधार नीतियों की प्रशंसा करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा है कि कर्नाटक के इको सिस्टम का कमाल है कि राज्य में देश के कुल संगठित क्षेत्र का 10 फीसदी रोजगार उत्पन्न होता है। और राज्य देश की कुल जीडीपी में 8.8 फीसदी का योगदान देता है। वित्त मंत्री ने कहा कि जिस तरह कर्नाटक ग्लोबल इवेंस्टर्स समिट 2022 के शुरू होते ही 2.8 लाख करोड़ रुपये के निवेश समझौते (MOU)हो गए, उससे निवेशकों का कर्नाटक पर भरोसा जाहिर होता है। इस मौके पर वित्त मंत्री ने दुनिया में छाई अनिश्चितता के बारे में बात करते हुए भारत सरकार के कदमों का भी जिक्र किया।
भारत निवेश के लिए बेहतर जगह
वित्त मंत्री ने समिट में निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज जिस तरह की वैश्विक परिस्थितियां हैं, उसमें सभी को एक ऐसी जगह की तलाश है जहां उम्मीद और स्थिरता हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में भारत ने उस भरोसे को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने न केवल वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए सावाधानी पूर्वक योजना बनाई, बल्कि लक्षित समूहों को तय कर इकोनॉमी को उन चुनौतियों से बचाया। इसके लिए कॉरपोरेट और खास तौर से एमएसएमई को हमने सपोर्ट किया। और उसी का परिणाम है कि भारत पर बुरी तरह से असर नहीं हुआ है।
सीतारमण के अनुसार, आज खाद्यान्न, एनर्जी की सुरक्षा की चिंता बढ़ रही है। सप्लाई चेन में अव्यवस्था से विकसित इकोनॉमी में मंदी का डर सता रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार ने भारतीय इकोनॉमी को उस डिसरप्शन से बचाया है। और जब कंपनियां दुनिया के प्रमुख क्षेत्रों से शिफ्ट करने को सोच रही हैं, तो भारत उनके लिए निवेश का एक बेहतर देश साबित होगा।
कर्नाटक में सनराइज एरिया में बढ़ा निवेश
वित्त मंत्री ने कहा कि कर्नाटक में आईटी क्षेत्र के साथ-साथ सनराइज एरिया में निवेश बढ़ रहा है। साथ ही यह निवेश केवल बेंगलुरू तक सीमित नहीं है। वह मंगलौर, मैसूर, शिमोगा सहित दूसरे क्षेत्रों में भी हो रहा है। इसके लिए राज्य का हाइड्रोजन मिशन, ग्रीन अमोनिया, इंडस्ट्री कॉरिडोर जैसे सनराइज एरिया में फोकस बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यह राज्य के प्रति निवेशकों के भरोसे का ही प्रतीक है कि, शुरूआत में इनवेस्टर्स समिट के जरिए करीब 5 लाख करोड़ रुपये के एमओयू का लक्ष्य तय किया जा रहा था, लेकिन वह आज उद्घाटन के दिन करीब 7.5 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है। और समिट शुरू होने से पहले ही 2.8 लाख करोड़ रुपये के एमओयू कर लिए गए हैं। यह मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई की सरकार के प्रति भरोसे को दर्शाता है।
इन क्षेत्रों में कर्नाटक मिसाल
सीतारमण ने कहा कि राज्य कई क्षेत्रों में मिसाल है। कर्नाटक इलेक्ट्रिक वाहन इन्नोवेशन में पहले स्थान पर है। राज्य में 7 से ज्यादा ऑटो सेक्टर के ओईएम निर्माता हैं। इसी तरह 50 से ज्यादा ऑटो कंपोनेंट और 45 से ज्यादा ईवी स्टार्टअप का घर है। यह देश में आईटी निर्यात में पहले और कुल निर्यात में दूसरे स्थान पर है। इनके साथ-साथ, कर्नाटक एयरोस्पेस और रक्षा निर्माण में भी अगुआई कर रहा है।
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