Moody's On Modi 3.0 : मोदी 3.0 के कार्यकाल पर मूडीज को दूरगामी आर्थिक और राजकोषीय सुधारों में देरी की आशंका

Moody's On Modi 3.0 : रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा है कि हम उम्मीद करते हैं कि नीतिगत निरंतरता, खासकर बुनियादी ढांचे पर खर्च तथा घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने पर बजटीय जोर के संबंध में मजबूत आर्थिक वृद्धि को समर्थन प्रदान करेगी।

S&P And Moody's Forecast Positive Economic Outlook For India Post-Election

मूडीज ने आर्थिक सुधारों पर कही अहम बात

Moody's On Modi 3.0 : भारतीय जनता पार्टी की अगुआई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को लोकसभा में मामूली बहुमत मिलने से दूरगामी आर्थिक और राजकोषीय सुधारों में देरी हो सकती है, जिससे राजकोषीय समेकन की दिशा में प्रगति बाधित हो सकती है। मूडीज रेटिंग्स ने बुधवार को यह बात कही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई वाली भाजपा ने 2014 के बाद पहली बार अपना बहुमत खो दिया और 543 सीट वाली लोकसभा में से 240 सीट ही हासिल कर पाई। वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने की योजना बना रही है, जिसने 52 सीट जीती हैं। इससे गठबंधन को 292 सीट का बहुमत हासिल हो जाता है। इसके बाद से यह अंदेशा हो गया है कि गठबंधन की सरकार आने से बड़े रिफॉर्म रुक जाएंगे।

रेटिंग एजेंसी ने जताई ये चिंता

रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कहा है कि हम उम्मीद करते हैं कि नीतिगत निरंतरता, खासकर बुनियादी ढांचे पर खर्च तथा घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने पर बजटीय जोर के संबंध में मजबूत आर्थिक वृद्धि को समर्थन प्रदान करेगी।एजेंसी ने कहा कि हालांकि, राजग की अपेक्षाकृत कम अंतर से जीत तथा संसद में भाजपा का पूर्ण बहुमत खोने से दूरगामी आर्थिक तथा राजकोषीय सुधारों में देरी कर सकती है, जिससे राजकोषीय प्रबंधन की दिशा में प्रगति बाधित हो सकती है।मूडीज ने कहा कि भारत की आर्थिक ताकत को लेकर हमारा आकलन है कि वित्त वर्ष 2023-24 से 2025-26 के बीच वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर करीब सात प्रतिशत रहेगी। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि उसका अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 तक भारत जी-20 में अन्य सभी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ेगा, लेकिन निकट अवधि की आर्थिक गति संरचनात्मक कमजोरियों को छिपाती है, जो दीर्घकालिक संभावित वृद्धि के लिए जोखिम उत्पन्न करती है।

अमेरिकी उद्योग जगत को क्या उम्मीद

मूडीज की तरह अमेरिकी उद्योग जगत को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में आर्थिक सुधार जारी रहेंगे, भले ही वह थोड़े कम बहुमत के साथ सत्ता में लौटे हों।यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी मुकेश अघी ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि मुझे लगता है कि माहौल ऐसा है कि प्रधानमंत्री थोड़े कम बहुमत से गठबंधन के साथ वापस आएंगे..सुधार का एजेंडा जारी रहेगा। अमेरिका-भारत संबंध सकारात्मक रूप से आगे बढ़ेंगे, क्वाड, आई2यू2, आईएमएसी पर ध्यान देना जारी रहेगा।
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प्रशांत श्रीवास्तव author

करीब 17 साल से पत्रकारिता जगत से जुड़ा हुआ हूं। और इस दौरान मीडिया की सभी विधाओं यानी टेलीविजन, प्रिंट, मैगजीन, डिजिटल और बिजनेस पत्रकारिता में काम कर...और देखें

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