महादेव बेटिंग ऐप फ्रॉड का मुख्य आरोपी हिरासत में, दुबई से चल रहा था गोरखधंधा

Mahadev App Accused In Custody: मृगांक मिश्रा को दुबई से लौटने पर हवाई अड्डे पर सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया । उस पर घोटाले से अर्जित धन भेजने के लिए सैकड़ों संदिग्ध बैंक खाते खोलने में महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर की मदद करने का आरोप है।

महादेव ऐप फ्रॉड

Mahadev App Accused In Custody: महादेव बेटिंग ऐप मामले में मुख्य आरोपी मृगांक मिश्रा को दुबई से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने हिरासत में ले लिया। मिश्रा महादेव बेटिंग ऐप मामले में प्रतापगढ़ पुलिस थाने में दर्ज धोखाधड़ी तथा जालसाजी के एक मामले में वांछित है और उसके खिलाफ एक लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया गया था।मध्य प्रदेश के रतलाम का रहने वाला मिश्रा पिछले कुछ महीनों ने दुबई में छिपा हुआ था।

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कैसे पकड़ा गया

एक अधिकारी के अनुसार मिश्रा शनिवार को दुबई से लौटने पर हवाई अड्डे पर सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया । उस पर घोटाले से अर्जित धन भेजने के लिए सैकड़ों संदिग्ध बैंक खाते खोलने में महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर की मदद करने का आरोप है। मिश्रा को शनिवार को दुबई से लौटने पर हवाई अड्डे पर सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया और मुंबई में सहार पुलिस को सौंप दिया। बाद में राजस्थान के एक पुलिस दल ने उसकी हिरासत ले ली जहां वह महादेव ऐप मामले से जुड़े धोखाधड़ी तथा जालसाजी के एक मामले का सामना कर रहा है।

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कैसे हुआ घोटला

ये पूरा मामला सट्टेबाजी से जुड़ा हुआ है, जिसकी वजह से महादेव ऐप के प्रमोटर विवादों में आए। ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म महादेव बुक ऐप की जांच ईडी और कई राज्यों के पुलिस विभाग कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल मनी लॉन्ड्रिंग केस में वांटेड हैं। सौरभ कभी छत्तीसगढ़ के भिलाई में महादेव के नाम से जूस बेचा करता था, जिसके बाद सौरभ ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप महादेव तैयार की। सौरभ और रवि ने एक गेमिंग ऐप के जरिये 10 से 15 लाख रुपये का सट्टा लगाया था। मगर वे पैसे हार गए, जिसके बाद दबाव बना तो दोनों दुबई भाग गए। वहां छोटा मोटा काम कर पैसे इकट्ठा किए और महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप लॉन्च कर दी जिसके जरिये ऑनलाइन सट्टा लगाया जाता है।

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