क्या होती है अंडरवियर इकोनॉमी, जो बताती है बिगड़ रहे हैं हालात

Men Underwear Sales and Relation With Economy: चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अंडरवियर की बिक्री में 55 फीसदी तक की कमी आई है। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि पुरूष उसी समय अंडरवियर की खरीद से परहेज करते हैं, जब उनकी कमाई गिरती है और उन्हें दूसरे खर्च के लिए अपनी इस अहम जरूरत में कटौती करनी पड़ती है।

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पुरूषों के अंडरवियर की बिक्री खोलती है अहम राज

Men Underwear Sales and Relation With Economy: पुरूषों की अंडरवियर किसी देश की आर्थिक हालत को बयां करती है, इसे पढ़कर अजीब लग सकता है। लेकिन यह ऐसी हकीकत हैं, जिस पर दुनिया भर के अर्थशास्त्री नजर रखते हैं। अमेरिका से लेकर यूरोप के आर्थिक इतिहास को देखा जाय तो अंडरवियर की बिक्री और देश के आर्थिक हालात का सीधा कनेक्शन है। यानी अगर अंडरवियर की बिक्री गिरती है तो यह साफ संकेत होता है कि उस देश में मंदी की आहट है। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि पुरूष उसी समय अंडरवियर की खरीद से परहेज करते हैं, जब उनकी कमाई गिरती है और उन्हें दूसरे खर्च के लिए अपनी इस अहम जरूरत में कटौती करनी पड़ती है।

भारत में गिर रही है बिक्री

इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अंडरवियर की बिक्री में 55 फीसदी तक की कमी आई है। इसका सीधा मतलब है कि बढ़ती महंगाई की वजह से लोगों के पास अपनी सबसे अहम जरूरत को पूरी करने के लिए रकम नहीं बच रही है। अहम बात यह है कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली दो तिमाही में इनरवियर मार्केट में तेजी देखने को मिली थी लेकिन अब चीजें बदल रही हैं।

इस रिपोर्ट की आशंका GDP की तीसरी तिमाही और जनवरी के महंगाई के आंकड़ों ने सही साबित किया है। NSSO द्वारा जारी GDP के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर से दिसंबर की तीसरी तिमाही में GDP ग्रोथ 4.4 फीसदी रही है। जबकि इसी अवधि में यह पिछले वित्त वर्ष में 6.3 फीसदी रही थी। इसी तरह जनवरी में रिटेल महंगाई दर, आरबीआई के सामान्य स्तर से ज्यादा होकर 6.3 फीसदी हो गई है। और फरवरी में बेरोजगारी दर भी बढ़कर 7.45 फीसदी पर पहुंच गई है। यानी तीसरी तिमाही में बिक्री का असर आने वाले दिनों में और दिख सकता है।

अमेरिकी फेड रिजर्व के पूर्व चेयरमैन मानते हैं अहम संकेत

अमेरिकी फेड रिजर्व के पूर्व चेयरमैन एलन ग्रीनस्पैन के अनुसार, पुरुषों के अंडरवियर की बिक्री का आंकड़ा एक अहम आर्थिक संकेत है। इसके लिए उन्होंने एक अंडरवियर इंडेक्स भी तैयार किया है। उनके अनुसार पुरुषों का अंडरवियर सबसे प्राइवेट कपड़ा होता है और वह छिपा हुआ होता है, ऐसे में आर्थिक मोर्चे पर हालात टाइट होने पर कोई भी व्यक्ति अंडरवियर नहीं बदलता है। ग्रीन स्पैन की इस बात को अमेरिका में 2007 से लेकर 2009 के दौरान अंडरवियर की गिरी बिक्री मजबूत करते हैं। क्योंकि इस दौरान अमेरिका सहित पूरी दुनिया में मंदी छाई थी।

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प्रशांत श्रीवास्तव author

करीब 17 साल से पत्रकारिता जगत से जुड़ा हुआ हूं। और इस दौरान मीडिया की सभी विधाओं यानी टेलीविजन, प्रिंट, मैगजीन, डिजिटल और बिजनेस पत्रकारिता में काम कर...और देखें

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