Vehicle Manufacturing: मोदी ने कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से की मुलाकात, वाहन विनिर्माण, अन्य मुद्दों पर चर्चा

Vehicle Manufacturing: दस जनवरी को शुरू हो रहे ‘वाइब्रेंट’ गुजरात शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले प्रधानमंत्री ने सुजुकी मोटर कॉर्प, माइक्रोन टेक्नोलॉजी और एपी मोलर के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और उद्योग से जुड़े मुद्दों तथा निवेश अवसरों पर चर्चा की।

PM Modi

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तस्वीर साभार : भाषा
Vehicle Manufacturing: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को दुनिया की प्रमुख कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की। उनकी यह मुलाकात ‘वाइब्रेंट’ गुजरात शिखर सम्मेलन से पहले अर्थव्यवस्था को गति देने तथा रोजगार सृजित करने के लिये विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के इरादे से हुई है। दस जनवरी को शुरू हो रहे ‘वाइब्रेंट’ गुजरात शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले प्रधानमंत्री ने सुजुकी मोटर कॉर्प, माइक्रोन टेक्नोलॉजी और एपी मोलर के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और उद्योग से जुड़े मुद्दों तथा निवेश अवसरों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा है, ‘‘मोदी और सुजुकी मोटर कॉर्प के प्रतिनिधि निदेशक और अध्यक्ष तोशिहीरो सुजुकी ने भारत में विनिर्मित वाहनों का निर्यात करके देश को वैश्विक वाहन बाजार में एक मजबूत इकाई बनाने की मारुति सुजुकी की योजनाओं पर चर्चा की। साथ ही दोनों ने वाहनों को कबाड़ में बदलने और वाहन पुनर्चक्रण से संबंधित वैश्विक स्तर की बेहतर गतिविधियों को लागू करने को लेकर भी बातचीत की।’’ मारुति सुजुकी गुजरात में कार बनाने का दूसरा कारखाना लगाने पर विचार कर रही है। यह कंपनी का देश में पांचवा कारखाना होगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने लिखा है, ‘‘माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय मेहरोत्रा ने प्रधानमंत्री मोदी से गांधीनगर में मुलाकात की। उन्होंने भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण परिवेश को बढ़ाने के लिए माइक्रोन के प्रयासों पर चर्चा की।’’ अमेरिकी चिप बनाने वाली प्रमुख कंपनी माइक्रोन ने अहमदाबाद से लगभग 40 किलोमीटर दूर साणंद में 2.75 अरब डॉलर के सेमीकंडक्टर कारखाने का निर्माण शुरू कर दिया है। कारखाने के इस साल दिसंबर तक तैयार होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री ने डीपी वर्ल्ड के समूह चेयरमैन और सीईओ अहमद बिन सुलायेम से भी मुलाकात की। उन्होंने भारत में निवेश को आगे बढ़ाने के लिए डीपी वर्ल्ड की योजनाओं पर चर्चा की। विशेष रूप से टिकाऊ, हरित और ऊर्जा दक्ष बंदरगाहों और विश्वस्तरीय पर्यावरण अनुकूल लॉजिस्टिक बुनियादी ढांचे के निर्माण से संबंधित मामलों पर चर्चा हुई। डीपी वर्ल्ड ने पिछले साल गुजरात के कांडला में एक नए 21.9 लाख टन टीईयू (टीईयू बराबर 20 फुट समतुल्य इकाई) प्रतिवर्ष मेगा-कंटेनर टर्मिनल के विकास, परिचालन और रखरखाव के लिए दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण के साथ एक रियायती समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
दुबई की लॉजिस्टिक कंपनी वर्तमान में भारत में पांच कंटेनर टर्मिनल का परिचालन करती है। इसमें से दो मुंबई में, एक-एक मुंद्रा, कोचीन और चेन्नई में हैं। इनकी कुल क्षमता लगभग 60 लाख टीईयू है।
मोदी ने एपी मोलर के सीईओ कीथ स्वेंडसेन से भी मुलाकात की। पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने गिफ्ट सिटी में उनकी विस्तार योजनाओं का स्वागत किया। दोनों ने हरित हाइड्रोजन और लॉजिस्टिक बुनियादी ढांचे के विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।’’
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के डीकिन यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर इयान मार्टिन से भी मुलाकात की. पीएमओ ने ‘एक्स’ पर लिखा है, ‘‘उनके बीच साइबर सुरक्षा पर सरकार और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग बढ़ाने को लेकर सार्थक बातचीत हुई। प्रधानमंत्री ने अनुसंधान और नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए भारतीय विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग के लिए भी डीकिन विश्वविद्यालय का स्वागत किया।’’ ‘वाइब्रेंट’ गुजरात शिखर सम्मेलन का आयोजन 10-12 जनवरी को होगा। इसमें 133 देशों के 1,00,000 प्रतिनिधियों के आने की उम्मीद है। इनमें कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, उद्योगपति, मंत्री और राजनयिक शामिल हैं।
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