मुकेश अंबानी ने Jio को अलग कर खेला बड़ा दांव, नए अवतार से जानें किनकी बढ़ गई धड़कन

Reliance Industries And Jio Financial Demerger Plan: ऐसी संभावना है कि रिलायंस फाइनेंशियल सर्विसेज अब आक्रामक तरीके से रिटेल कस्मटर को फाइनेंशियल सर्विसेज मुहैया कराएगी। और आने वाले समय में फिनटेक सेक्टर में नए तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे।। जिसका फायदा टेलिकॉम सेक्टर की तरह लोन लोने वाले ग्राहकों को मिल सकता है।

jio financial services

Reliance Industries And Jio Financial Demerger Plan: रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services) का डीमर्जर पूरा हो गया है। अब दोनों कंपनियों के स्टॉक अलग-अलग लिस्ट होंगे। रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन ने इस डीमर्जर से बड़ा दांव खेला है। अपनी फाइनेंशियल यूनिट जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को अलग पहचान देकर, मुकेश अंबानी अब फाइनेंशियल सेक्टर में तहलका मचाने की तैयारी में हैं। हालांकि अभी तक कंपनी ने अपने पूरा प्लान को सार्वजनिक नहीं किया है। लेकिन डीमर्जर से साफ है कि मुकेश अंबानी वह करने जा रहे हैं, जो चीन और अर्जेंटीना में कई दिग्गज कंपनियां कर चुकी हैं। और उनके इस नए अवतार से भारत में बजाज फिन सर्व, Paytm और डिजिटल लोन देने वाले ऐप की धड़कनें जरूर बढ़ गई होगी।

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इन ग्राहकों पर नजर

रिलायंस फाइनेंशियल सर्विसेज अभी प्रमुख तौर पर बिजनेस-टू-बिजनेस सेगमेंट में फोकस कर रही थी। लेकिन अब ऐसी संभावना है कि वह आक्रामक तरीके से रिटेल कस्मटर को फाइनेंशियल सर्विसेज मुहैया कराएगी। और आने वाले समय में फिनटेक सेक्टर में नए तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे।। जिसका फायदा टेलिकॉम सेक्टर की तरह लोन लोने वाले ग्राहकों को मिल सकता है। कैश रिच कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज जब पूरी तैयारी से फाइनेंशियल सेक्टर में उतरेगी, तो जाहिर है कि वह बड़े प्लान को अमल में लाएगी। और इसके लिए उसे पैसों की किल्लत नहीं होने वाली। और यहां पर उसकी टक्कर बजाज फाइनेंस और Paytm जैसी कंपनियों से होगी। इस समय एनबीएफसी सेक्टर की दिग्गज कंपनी बजाज फाइनेंस की नेटवर्थ करीब 44,000 करोड़ रुपये है। वहीं इसके मुकाबले जियो फाइनेंशियल की नेटवर्थ करीब 1,50,000 करोड़ रुपये होगी।

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2015 से अंबानी कर रहे हैं तैयारी

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