Narayana Murthy Infosys: दादा हो तो ऐसा, नारायण मूर्ति ने पोते को दिए 240 करोड़ के इंफोसिस के शेयर
Narayana Murthy Infosys: नवंबर में नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति दादा-दादी बने थे। उनके बेटे रोहन मूर्ति और उनकी पत्नी अपर्णा कृष्णन ने एक बच्चे का स्वागत किया था। बच्चे का नाम एकाग्र रखा गया है। नारायण मूर्ति ने साल 1981 में इंफोसिस की स्थापना की थी।
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नवंबर में नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति दादा-दादी बने थे। उनके बेटे रोहन मूर्ति और उनकी पत्नी अपर्णा कृष्णन ने एक बच्चे का स्वागत किया था। बच्चे का नाम एकाग्र रखा गया, जो एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है अटूट ध्यान और दृढ़ संकल्प।
इंफोसिस की स्थापना
नारायण मूर्ति ने साल 1981 में इंफोसिस की स्थापना की थी। कंपनी को मार्च 1999 में नैस्डैक पर लिस्ट किया गया था। हाल ही में एक इंटरव्यू में नारायण मूर्ति ने कहा था कि नैस्डैक में लिस्ट होने वाली इंफोसिस भारत की पहली कंपनी बनी थी। तब मैं नैस्डैक में एक ऊंचे स्टूल पर जगमगाती रोशनी के सामने बैठा था।
उन्होंने कहा था कि मुझे लगता है कि कुछ अर्थों में हम कुछ ऐसा कर रहे थे जो किसी भारतीय कंपनी द्वारा बिल्कुल भी नहीं किया गया था। सबसे मूल्यवान भारतीय फर्मों में से एक और देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस प्रोवाइजर इंफोसिस प्रमोटर्स और प्रमोटर्स ग्रुप के पास 14.78 फीसदी हिस्सेदारी बनी हुई है।
इंफोसिस के शेयर
इंफोसिस के शेयर आज के कारोबार के दौरान 2 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ 1,599.40 के लेवल पर क्लोज हुए। सुबह के कारोबार के दौरान आईटी कंपनी के शेयर 1,630 रुपये के लेवल पर बंद हुए। आज का इसका इंट्राडे हाई 1,632.65 रुपये रहा और लो लेवल 1,599.00 है।
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