Raymond Group: रेमंड ग्रुप की तीन कंपनियों के बोर्ड से नवाज मोदी को बाहर निकाला गया, पति गौतम सिंघानिया से चल रहा विवाद

Nawaz Modi-Gautam Singhania: रिपोर्ट के अनुसार रेमंड ग्रुप ने जे.के. इनवेस्टर्स (बांबे), रेमंड कंज्यूमर केयर, स्मार्ट एडवाइजरी एंड फिनसर्व कंपनियों के बोर्ड ने नवाज मोदी को निदेशक मंडल की टीम से हटा दिया है। बीते नवंबर में गौतम और नवाज ने अलग होने की जानकारी पब्लिक की थी।

नवाज मोदी को रेमंड ग्रुप से झटका

Nawaz Modi-Gautam Singhania:रेमंड कंपनी के चेयरमैन गौतम सिंघानिया और उनकी पत्नी नवाज मोदी सिंघानिया के तलाक का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। ऐसी खबर हैं कि नवाज मोदी को रेमंड ग्रुप की तन कंपनियों के बोर्ड से बाहर कर दिया है। इस कार्रवाई से साफ है कि नवाज मोदी और गौतम सिंघानिया के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। इसके पहले दोनों के अलग होने के बाद तलाक के एवज में पति गौतम सिंघानिया से दौलत की 75 फीसदी हिस्सेदारी मांगी थी। यह हिस्सेदारी उन्होंने बेटी निहारिका, निशा और अपने लिए मांगी । जिस पर गौतम सिंघानिया तैयार नहीं हुए थे। गौतम सिंघानिया करीब 11000 करोड़ रुपये की दौलत के मालिक हैं। और बीते नवंबर में गौतम और नवाज ने अलग होने की जानकारी पब्लिक की थी।

इन कंपनियों से निकाला

इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार रेमंड ग्रुप ने जे.के. इनवेस्टर्स (बांबे), रेमंड कंज्यूमर केयर, स्मार्ट एडवाइजरी एंड फिनसर्व कंपनियों के बोर्ड ने नवाज मोदी को निदेशक मंडल की टीम से हटा दिया है और इसकी जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दी जा चुकी है। रिपोर्ट के अनुसार नवाज ने इस कार्रवाई का विरोध किया है और आने वाले समय में नवाज मोदी इसके लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ सकती है। और इस बात की संभावना है कि नवाज मोदी सिंघानिया को रेमंड के बोर्ड से भी हटाया जा सकता है।

75 फीसदी मांगी दौलत

इसके पहले रिपोर्ट के अनुसार पत्नी नवाज मोदी ने तलाक के एवज में पति गौतम सिंघानिया से दौलत की 75 फीसदी हिस्सेदारी मांगी थी। यह हिस्सेदारी उन्होंने बेटी निहारिका, निशा और अपने लिए मांगी गई थी। उसके अनुसार, सिंघानिया अपनी पत्नी से अलग होने के लिए उनकी शर्त से काफी हद तक सहमत हैं, लेकिन उन्होंने एक फैमली ट्रस्ट बनाने का सुझाव दिया था। सिंघानिया ने उस ट्रस्ट में परिवार की वेल्थ और एसेट्स को ट्रांसफर करने के लिए कहा है, जहां वह एकमात्र मैनेजिंग ट्रस्टी होंगे।गौतम सिंघानिया की मौत के बाद उनके परिवार के सदस्यों को उनकी संपत्ति की वसीयत करने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, नवाज मोदी फैमली ट्रस्ट बनाने के सुझाव से सहमत नहीं थी ।

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