Budget के बाद बोली निर्मला सीतारमण-नई कर व्यवस्था अपनाने का नहीं होगा दबाव, डिजिटल इकोनॉमी के खुलेंगे द्वार

Nirmala Sitharaman on Budget: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश किया। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट है।

बजट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करती हुईं निर्मला सीतारमण

Nirmala Sitharaman: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में बजट पेश किया जो मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट रहा। बजट के बाद मीडिया से बात करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस बजट में महिलाओं का विशेष खयाल रखा गया है। उन्होंने कहा कि कैपिटल निवेश में पहली बार डबल डिजिट निवेश देखने को मिला। उन्होंने बजट को ग्रीन एनर्जी और टूरिज्म पर आधारित बजट बताया।

नई कर व्यवस्था आकर्षक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'इस बजट में चार मुख्य बिंदु हैं जिनमें महिलाओं को सशक्त बनाने, पर्यटन के लिए कार्य योजना, विश्वकर्मा (कारीगरों) के लिए पहल और हरित विकास पर जोर दिया गया है। नई कराधान व्यवस्था को अब अधिक प्रोत्साहन और आकर्षण मिला है ताकि लोग बिना किसी हिचकिचाहट के पुराने से नए की ओर जा सकें। हम किसी को बाध्य नहीं कर रहे हैं। लेकिन नया अब आकर्षक है क्योंकि यह अधिक छूट देता है।' वित्त मंत्री ने कहा, 'बजट 2023 पूंजी निवेश के लिए शानदार अवसर है।, यह एमएसएमई के लिए भी लागू होता है है क्योंकि ये विकास के इंजन हैं। यह पूंजी निवेश को बनाए रखता है और निजी क्षेत्र को भी एक अवसर देता है। कृषि ऋण उपलब्धता में बहुत वृद्धि हुई है। कृषि ऋण के लिए 20 लाख रुपये उपलब्ध कराये जा रहे हैं।'

सप्तर्षि प्राथमिकताएं वित्त मंत्री ने कहा, 'हम एक भविष्यवादी फिनटेक क्षेत्र की ओर देख रहे हैं, लोगों को औद्योगिक क्रांति 4.0 के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा, हम जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में डिजिटल अर्थव्यवस्था को खोलने की कोशिश कर रहे हैं।' वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में महिलाओं को सशक्त बनाने पर बल बल देने के अलावा पर्यटन और युवाओं के प्रशिक्षण पर ज़ोर दिया गया है और अमृत काल के बजट में 'सप्तर्षि' की तरह सात प्राथमिकताएं हैं। सप्तर्षि यानि 7 प्राथमिकताएं हैं- 1. समावेशी विकास 2. आखिरी पायदान पर खड़े लोगों तक पहुंचना 3. इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश 4. क्षमता को उजागर करना 5. हरित विकास 6. युवा शक्ति 7. फाइनेंशियल सेक्टर।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

End Of Feed